सकट चौथ के दिन करें इन नियमों की पालना
punjabkesari.in Saturday, Jan 30, 2021 - 04:02 PM (IST)

हिंदू पंचांग के अनुसार सकट चौथ व्रत 31 जनवरी दिन रविवार के दिन रखा जा जाएगा। जानकारी के लिए बता दें कि इस व्रत को महिलाएं अपनी संतान की सलामती और खुशहाली के लिए रखती हैं। शास्त्रों में इस व्रत को माघी चौथ या तिलकुट चौथ भी कहा जाता है। हर साल यह व्रत माघ मास कृष्ण पक्ष की चतुर्थी के दिन रखा जाता है। इस दिन गणपति जी की कृपा पाने के लिए उन्हें तिल के लड्डुओं का भोग लगाया जाता है। शास्त्रों के अनुसार इस दिन कुछ विशेष नियमों का पालन करना चाहिए। तो आज हम आपको उन्हीं नियमों के बारे में बताने जा रहे हैं।
कंद मूल न खाएं
शास्त्रों में बताया गया है कि। इस दिन भूमि के भीतर उगने वाले कंद मूल का सेवन नहीं करना चाहिए। यही वजह है कि इस दिन मूली, प्याज,चुकंदर और गाजर खाना निषेध होता है। कहा जाता है कि इस दिन मूली खाने से व्यक्ति को आर्थिक मामलों में नुकसान उठाना पड़ सकता है।
गणपति जी को न चढ़ाएं तुलसी
जानकारी के लिए बता दें कि गणेश जी का पूजन करते समय तुलसी का प्रयोग कतई नहीं करना चाहिए। जी हां, तुलसी का पत्ता भूलकर भी नहीं चढ़ाना चाहिए। ऐसा करने से भगवान नाराज हो जाते हैं। बल्कि व्रती को पूजा करते समय गणेश भगवान को खुश करने के लिए दुर्वा चढ़ानी चाहिए। ऐसा करने से व्यक्ति को स्वास्थ लाभ होता है। साथ ही मान-प्रतिष्ठा और धन संपत्ति में वृद्धि होती है।
गणपति महाराज की करें पूजा
इस दिन व्रत रखने वाले को सूर्योदय से पहले उठकर स्नान करके। उत्तर दिशा की तरफ मुंह करके भगवान गणेश की पूजा करनी चाहिए। इस व्रत में तिल का बहुत बड़ा महत्व होता है। इसलिए जल में तिल मिलाकर भगवान को अर्घ्य देना चाहिए। ऐसा करने से आरोग्य सुख की प्राप्ति होती है।
तिल का करें दान
सूर्यास्त के बाद चंद्रमा को तिल, गुड़ का अर्घ्य देने के बाद ही अपना व्रत खोलना चाहिए। कहा जाता है कि इस दिन तिल से बनी चीजों का सेवन करने से व्यक्ति के पाप कट जाते हैं। इस दिन तिल का दान करने से भी लाभ होता है।