Rishi Panchami Niyam: ऋषि पंचमी पर बरतें ये सावधानियां, नहीं तो अधूरा रह सकता है पुण्य
punjabkesari.in Thursday, Aug 21, 2025 - 06:00 AM (IST)
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Rishi Panchami: सनातन धर्म में ऋषि पंचमी का बहुत खास महत्व है। हर साल भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष पंचमी तिथि को ऋषि पंचमी मनाई जाती है। यह पर्व ऋषियों की पूजा का दिन है, खासकर सप्त ऋषि की आराधना की जाती है। इसे पाप शुद्धि का पर्व भी कहा जाता है। माना जाता है कि इस दिन ऋषियों की पूजा करने से जीवन में आने वाली परेशानी दूर होती है और सभी पापों से मुक्ति मिलती है। ऋषि पंचमी के दिन कुछ खास नियमों का पालन करना बहुत जरूरी है। तो आइए जानते हैं कि इस दिन कौन से नियमों का पालन किया जाना चाहिए।

What to do on Rishi Panchami ऋषि पंचमी पर क्या करें

ऋषि पंचमी पर सुबह जल्दी उठकर शुद्ध जल से स्नान करें और साफ-सुथरे वस्त्र धारण करें।
ऋषि पंचमी वाले दिन पूजा के लिए साफ जगह बनाएं और दीप, धूप, फल, फूल, अक्षत , कुमकुम, हल्दी, और सुपारी रखें।
सप्तर्षि माने जाने वाले महर्षि वात्स्यायन, जमदग्नि, कणाद, कश्यप, गौतम, भृगु और अन्य ऋषियों के चित्र या प्रतीक के सामने पूजा करें।
मंत्रों का उच्चारण या ऋषि पंचमी के लिए विशेष स्तोत्र पढ़ें। यदि संभव हो तो इस दिन गंगा स्नान करें।
इस दिन पुरानी गलतियों और पापों से मुक्त होने के लिए मन से प्रार्थना करें।

What not to do on Rishi Panchami ऋषि पंचमी पर क्या न करें
ऋषि पंचमी के दिन मास, मछली, मदिरा, तंबाकू आदि का सेवन न करें।
इस दिन झूठ बोलना, गुस्सा करना या किसी से विवाद नहीं करना चाहिए।
ऋषि पंचमी के दिन अनावश्यक यात्रा या काम में व्यस्त न रहें, पूरे दिन पूजा और ध्यान में लगाएं।

