ये है Depression और Stress से बचने का एकमात्र उपाय
punjabkesari.in Thursday, Aug 22, 2024 - 07:01 AM (IST)
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जब भी कोई आपसे पूछता है कि आप क्या करते हैं, तो वो यह अंदाजा लगा रहा होता है कि आपको इज्जत कितनी देनी है। आप का काम ही आपके परिवार और दोस्तों के बीच आपकी वेल्यू को बढ़ाता है। ये यह बताता है कि आप जीवन में सम्मान कितना कमाएंगे लेकिन इनफीरियर इन चीजों में आपकी सबसे ज्यादा बाधा बन जाता है। किसी व्यक्ति का मन बीमार है तो उसकी निशानियां क्या होती हैं। अगर यह साबित हो जाता है कि किसी व्यक्ति का मन बीमार है, तो एस्ट्रोलॉजी की मदद से इस को किस तरह ठीक किया जा सकता है।
मन एक ऐसी चीज है, जो दिखती नहीं है लेकिन अगर यह सही से काम न करें तो जीवन के हर काम में नाकामयाबी का सामना करना पड़ेगा। मन के बीमार होने पर भी सभी से बेझिझक होकर शेयर करना चाहिए। ताकि इसका कोई न कोई इलाज मिल पाए। सबसे पहले लोग मन के बीमार होने को डिप्रेशन से जोड़ते हैं। डिप्रेशन की किस्में बहुत बड़ी-बड़ी हैं। कई बार आपको पता ही नहीं होता लेकिन आप डिप्रेशन में होते हैं। डिप्रेशन भी दो तरह का होता है। एक परमानेंट दवाइयों वाला डिप्रेशन जो बहुत ही मुश्किल से ठीक होता है। दूसरा रोजमर्रा की समस्याओं की वजह से स्ट्रेस की वजह से डिप्रेशन में आते हैं। थोड़े समय के लिए आते हैं लेकिन हमें पता ही नहीं होता कि हम डिप्रेशन में हैं।
जीवन की अलग-अलग कैटेगरी हैं। कोई छात्र, कोई नौकरी कर रहे, कोई हाउसवाइफ, कोई फ्री घर में बैठा हुआ है, कोई रोगी, कोई स्ट्रगल कर रहा जीवन में कुछ नहीं कर पा रहा है। हर कैटेगरी में डिप्रेशन किस्म अलग है। किसी से मिलने का मन न करना, किसी काम को न कर पाना और अपनी पढ़ाई में चाहकर भी फोकस न कर पाना यह डिप्रेशन की फॉर्म है। छोटी-छोटी बात पर एकदम रिएक्ट करना यह एक ऐसा फॉर्म है जहां परिवार तो क्या समाज भी आपसे दूर होना शुरू हो जाते हैं। डिप्रेशन की यह सबसे खतरनाक फॉर्म होती है। डिप्रेशन की एक अन्य फॉर्म बहुत ज्यादा नेगेटिव हो जाना होता है। इसमें इंसान अपनी काबिलियत को नहीं समझ पाता है। खुद के बारे में कोई न कोई वहम हो जाना भी डिप्रेशन की एक फॉर्म होती है।
डिप्रेशन किसी न किसी वजह से ग्रहों के साथ जुड़ा होता है। चंद्रमा मन केकारक होते हैं। डिप्रेशन मन की ही बीमारी है। चंद्र और शनि एक साथ होंगे तो डिप्रेशन हो सकता है। चंद्र-केतु एक साथ होंगे तो डिप्रेशन की कोई न कोई एक फॉर्म जीवन में आ सकती है। चंद्रमा के बाद बुध की बारी आती है। बुध केतु के साथ होंगे तो डिप्रेशन आ सकता है। चंद्र बुध आमने-सामने एक साथ होंगे तो मन के बीमार होने की कोई न कोई सूरत बन ही जाती है। मन को ठीक और स्वस्थ रखने के लिए और जीवन में तरक्की के लिए आपको अपने बुध और चंद्रमा दोनों को सही करना होगा।
चंद्रमा को सही करने के लिए रोज रात को बेड के साइड पर पानी का गिलास रख के सुबह पौधों में डाल दें। ऐसा करने से चंद्रमा सही हो जाएंगे। इसके अलावा वाटर इनटेक बढ़ाएं। अगर आपके अंदर डिप्रेशन है तो पानी पीने की मात्रा डबल कर दें। इस उपाय को करने से चंद्रमा ठीक हो जाएंगे और मन पूरी तरह से साफ और ताजगी से भरपूर हो जाएगा। जब भी आपका मन बहुत ज्यादा विचलित हो, तब जो भी नासिक चल रही हो उसको उन्हें एक्सेल कर के ओपन कर लें। मन में जो गुस्सा और नेगेटिविटी भरी हुई है, वो एकदम से हट जाएगा।
अगर आपके बुध खराब हैं, तो एक बिना जोड़ का स्टील का छल्ला लें जो हमेशा चमकता रहे और जिसे जंग भी न लगे। उसे अपने सीधे हाथ में हमेशा धारण करके रखें। ऐसा करने से आपके बुध और बुद्ध सही होगी। बर्थ चार्ट में जहां-जहां भी बुध हैं। वहां-वहां पर बुध का इलाज करना बहुत जरूरी होता है। बुध के दो बहुत बड़े इलाज हैं। पहला इलाज फिटकरी है। फिटकरी के क्रिस्टल्स को तवे पर गर्म करें और जब वह पिघल जाएगी तब उसको सुखा, पीसा और छान कर उसका मंजर बनाएं। रोज सुबह ब्रश करने से पहले दांतों में रब करें और कुल्ला कर लें और उसके बाद ब्रश करें। ऐसा करने से न दांत खराब होंगे। साथ ही इससे बुध भी सही रहेंगे।
एक और उपाय है नाक छेदन करवाना। नाक में छेद करवा कर चांदी की तार हमेशा धारण करके रखना। इस उपाय को करने से भी बुध सही होते हैं और मन साफ होता है। मंगल को जागृत करना, सैर करना और जिम जाना भी आपके चंद्रमा को सही करता है और इससे भी आपके डिप्रेशन बहुत हद तक दूर हो जाते हैं।
उपाय: जब भी डिप्रेशन हो तो अपने घर में नीले रंग के पर्दे और दीवारों पर नीले रंग का चयन करें। बर्थ चार्ट में अगर चंद्रमा कमजोर है, तो जीवन में डिप्रेशन जरूर आएगा। डिप्रेशन है तो चंद्रमा के संगी प्लेनेट जैसे- गुरु, मंगल और सूरज इनको भी अपने बर्थ चार्ट के हिसाब से उपाय करके सही करने की कोशिश करें। चंद्रमा के मित्र सही होंगे तो चंद्रमा भी सही होंगे। वहीं बुध के शुक्र और शनि मित्र हैं। इनको बुध के हिसाब से ही ठीक करें। क्रांसे की ब्रोंज की प्लेट लेकर उसमें थोड़ी मात्रा में शक्कर डालकर उसकी चुरी बना कर देसी घी डालकर गाय को खिला दें और किसी नदी किनारे जाकर उस चुरी को जल में प्रवाह कर दें। इस उपाय को बुधवार के दिन करें। फिर उसी पानी से थाल को धोकर घर ले आएं। ऐसा करने से यह मंगल, बुध और चंद्रमा को सही करेगा। साथ ही आपके मन को पूरी तरह से शांति मिलेगी।