Rajmachi Fort: राजसी ठाठ का प्रतीक ‘राजमाची किला’, जिनमें बुद्ध की 16 गुफाएं हैं
punjabkesari.in Saturday, Nov 20, 2021 - 11:43 AM (IST)

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Rajmachi Fort Trek: राजमाची किल्ला महाराष्ट्र के राजमाची गांव में पाए जाने वाले 2 सुंदर प्राचीन किलों का समूह है जो लोनावला और खंडाला पहाड़ी के बीच राजमाची शिखर में स्थित है। यह किला ट्रैकिंग के लिए और पिकनिक के लिए एक आदर्श स्थल है जो 2 पहाड़ी हिस्सों पर बनाया गया है। यह दो दुर्गों श्रीवर्धन और मनोरंजन से मिलकर बना है। इन्हें श्रीवर्धन पहाडिय़ों के रूप में जाना जाता है जो समुद्र स्तर से ऊपर 3,250 फुट की ऊंचाई पर हैं। इन किलों को इन पहाडिय़ों के ऊपर के पठार पर बनाया गया है। यह अंतर्राष्ट्रीय पर्यटकों को भी अपनी ओर खींचता है। राजमाची गांव को उदवाड़ी भी कहा जाता है। पश्चिमी घाट की शानदार पहाडिय़ों में स्थित राजमाची एक ऐतिहासिक किला है। यह शानदार किला सातवाहन राजवंश द्वारा बनवाया गया था जिन्होंने मौर्य साम्राज्य के पतन के तुरंत बाद अपना राज्य स्थापित किया था। उन्होंने ईसा 230 पूर्व से शांतिपूर्वक भारतीय प्रांत पर शासन किया। यह बोर घाट पर नजर रखने के लिए एक रक्षात्मक किले के रूप में खड़ा था। वर्ष 1657 में छत्रपति शिवाजी महाराज ने आदिल शाह के साथ युद्ध करके इस किले को जीत लिया था। 1818 में मराठा शासन खत्म होते ही इस पर पूरी तरह ब्रिटिशों का कब्जा हो गया। भारत की आजादी के बाद इस किले को प्राचीन विरासत स्थल और महाराष्ट्र में एक संरक्षित स्मारक के रूप में घोषित किया गया। यह ऐतिहासिक किला ट्रैकर्स के बीच बहुत मशहूर है।
प्रमुख आकर्षण
नवी मुम्बई : मुम्बई से 22 कि.मी. दूर स्थित नवी मुम्बई एक मेट्रोपोलिटन शहर है। पाम बीच मार्ग से ड्राइव करते हुए आपको सड़क के किनारे कई समुद्र तट और सुंदर नजारे दिखाई देंगे। खारगढ़ में पांडवकडा झरना और महापे से पार्सिक पर्वत पर ट्रैकिंग की जा सकती है। वंडर्स पार्क में सैर का मजा भी ले सकते हैं।
खंडाला : मुंबई वासियों का पसंदीदा हिल स्टेशन है खंडाला जो इमेजिका थीम पार्क से 24 कि.मी. दूर है। पश्चिमी घाट पर प्राकृतिक सौंदर्य से सजी इस जगह पर कई पर्वत चोटियां झीलें और गुफाएं हैं। खंडाला के तीन प्रमुख व्यू प्वाइंट में से एक हैं टाइगर लीप, अमृतांजन प्वाइंट और ड्यूक नोज। यहां से इस पूरे हिल स्टेशन का खूबसूरत नजारा दिखाई देता है। इसके अलावा यहां भुशी झील, करला और भजा गुफाएं भी दर्शनीय हैं।
कोंडना गुफाएं : राजमाची किले से 3 कि.मी. दूर है कोंडाना की गुफाएं, जिनमें बुद्ध की 16 गुफाएं हैं एवं इन्हें पहली शताब्दी में खोदकर निकाला गया था। मुम्बई के पास स्थित ये पहाड़ी गुफाएं बहुत लोकप्रिय हैं। राजमाची किले पर चढ़ाई के बाद पर्यटक पैदल भी 3 कि.मी. दूर कोंडना गुफा देखने जा सकते हैं। किले से गुफाओं तक सड़क से जाने के लिए आपको घूम कर 68 कि.मी. की दूरी तय करनी पड़ेगी।
लोनावला से ट्रैक : राजमाची किले पर ट्रैकिंग के लिए दो ट्रेल हैं, इनमें से सबसे आसान लोनावला है। यहां ट्रैकिंग में दो दिन का समय लगेगा। एक दिन कैंपिंग में और दूसरा दिन राजमाची किला देखने के लिए 16 कि.मी. लम्बे इस ट्रैक में समतल भूमि पर हाइकिंग करनी पड़ती है। ट्रैक की शुरुआत राजमाची गांव से हो कर किले पर खत्म होती है। रात को कैंप लगाने के बाद दूसरे ट्रैक से आप वापस आ सकते हैं और इस रास्ते में कोंडना गुफाएं भी देख सकते हैं।
करजात से ट्रैक : लोनावला से थोड़ा मुश्किल दूसरा ट्रैक है कर्जत। इस ट्रैक में एक दिन का समय लगता है लेकिन आप चाहे तो दो दिन में भी इसे पूरा कर सकते हैं। इस पथरीले रास्ते की शुरुआत उधेवाडी गांव से होती है। इस ट्रेल में कई झरने और छोटे तालाब भी मिलेंगे।
कैसे पहुंचे : राजमाची किला मुम्बई से 15 और पुणे से 80 कि.मी. दूर है। सड़क और रेल मार्ग से यहां आसानी से पहुंचा जा सकता है। वायु मार्ग से आने के लिए मुम्बई से यहां आना अधिक सुविधाजनक होता है।