Pataleshwar Mahadev mandir: जमीन के नीचे स्थापित है भगवान शिव का मंदिर, इसकी रचना का रहस्य है आज तक अधूरा
punjabkesari.in Tuesday, Nov 26, 2024 - 11:34 AM (IST)
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Pataleshwar Mahadev mandir: सनातन धर्म में भगवान महादेव को देवों का देव माना जाता है। आप यदि महादेव के भक्त हैं और घूमने का शौक भी रखते हैं तो आपके लिए पातालेश्वर गुफा एक ऐसी जगह है जहां आपकी दोनों ख्वाहिशें एक साथ पूरी हो सकती हैं।
‘पाताल’ मतलब जमीन के नीचे और इस जगह का नाम भी शायद इसी वजह से ही पड़ा है क्योंकि यह जमीन के नीचे स्थापित है। हालांकि इस मंदिर के बारे में ज्यादा किसी को पता नहीं है पर यह रचना मुम्बई के एलिफेंटा गुफाओं से काफी मिलती-जुलती है। मंदिर के अंदर आप कई खंभे, अंधेरी गलियां, दीवारों पर जटिल खोदकर की गई कलाकारी के कई नमूनों को देखेंगे। बस दुर्भाग्य की बात यह है कि यह रचना आज तक अधूरी है और किसी को इसके पीछे की कहानी भी पता नहीं है।
पातालेश्वर गुफा मंदिर करीबन 1000 साल पुराना है जोकि महाराष्ट्र में पुणे के शिवाजी नगर इलाके के जंगली महाराज रोड पर नदी के पार स्थित है। इस मंदिर को 8वीं सदी में राष्ट्रकूट वंश काल में बनवाया गया था। शिवजी इस मंदिर के प्रमुख पीठासीन देवता हैं जिनकी यहां पर पातालेश्वर के रूप में प्रजा की जाती है। पातालेश्वर मंदिर महाराष्ट्र के अद्वितीय शिव मंदिरों में से एक है और पर्यटकों के लिए एक आदर्श पिकनिक स्थल भी। पर्यटक इस मंदिर में भगवान शिव और नंदी को देख सकते हैं।
इस गुफा मंदिर में सीता, राम और लक्ष्मण और कई अन्य देवताओं की मूर्तियां हैं जो यहां लोगों का ध्यान आकर्षित करती हैं। इस गुफा में अधिकांश चट्टानें 700-800 ईस्वी की हैं। गुफा मंदिर में एक संग्रहालय भी है जिसे गिनीज बुक ऑफ रिकार्ड्स में सूचीबद्ध किया गया है। पुणे का यह पातालेश्वर महादेव मंदिर निश्चित रूप से एक अनूठा आश्चर्य है। बलास्ट चट्टानों को काट कर खड़ी की गई यह संरचना हर बार पर्यटकों को अपने अद्भुत आकर्षण से आश्चर्यचकित कर देती है।
कब आएं ?
यहां आने का उत्तम समय दिसम्बर से अप्रैल है। मंदिर दर्शन हेतु सुबह 8 से 5 बजे तक खुला रहता है।
कैसे जाएं ?
हवाई मार्ग : पुणे स्थित लोहेगांव एयरपोर्ट से पुणे शहर की दूरी 12 किलोमीटर है।
रेल मार्ग : पर्यटक पुणे ट्रेन द्वारा आसानी से पहुंच सकते हैं। यह स्टेशन देश के सभी शहरों में बखूबी जुड़ा हुआ है।
सड़क मार्ग : पुणे सभी राजमार्गों से जुड़ा हुआ है। बस या निजी वाहनों से यहां आसानी से पहुंचा जा सकता है।
अन्य आकर्षण :
जंगली महाराज मंदिर : जंगली महाराज मंदिर पातालेश्वर गुफा मंदिर के बिल्कुल नजदीक ही स्थित है। बताया जाता है कि इस जगह पर जंगली बाबा समाधि में लीन हुए थे।
शनिवार वाड़ा : शनिवार वाड़ा पुणे की ऐतिहासिक इमारत है जिसका निर्माण बाजीराव पेशवा ने 1730 में कराया था। उस दौरान यह वाड़ा पेशवाओं का मुख्यालय हुआ करता था।