नक्षत्र के हिसाब से पहने नए वस्त्र, अनेकों विपत्तियों से मिलेगा छुटकारा

punjabkesari.in Sunday, Dec 24, 2017 - 10:21 AM (IST)

ज्योतिषशास्त्र भारत की प्राचीनतम विद्याओं में से एक है। वैज्ञानिक तकनीकों से सौरमंडल की खोज भले ही बाद में की गई हो लेकिन हमारे पौराणिक इतिहास में भी ग्रहों की चाल और दिशाओं के अनुसार ज्योतिष से जुड़ी भविष्यवाणियां की जाती रही हैं। भले ही उस दौरान इन ग्रहों के नाम कुछ और रहे हों लेकिन ज्योतिष और ग्रहों की चाल का संबंध बहुत पुराना है। वैसे जिसे देखो आज वही अपनी कुंडली में ग्रहों की गलत बैठकी से परेशान है और अपने जीवन की समस्याओं को सुलझाने के लिए कथित ज्योतिषशास्त्रियों की शरण लेते हैं। जिनमें से इक्के-दुक्के ही उन्हें सही राय देते हैं, बाकी तो बाजार में बैठे व्यवसायी मात्र हैं।


कई बार आपने महसूस किया होगा कि महंगे वस्त्र भी अक्सर पहनने के साथ ही बिना किसी कारण के खराब हो जाते हैं, फट जाते हैं या जल जाते हैं नहीं तो उनके पहनते ही दुर्भाग्य आरंभ हो जाता है। आप इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। आप जिस दिन नया कपड़ा पहनना चाहते हैं, पहले उस दिन का नक्षत्र पता कर लें। 


नक्षत्र के हिसाब से कपड़े
अश्विनी नक्षत्र में नए कपड़े पहनने से और नए कपड़ेे मिलते हैं। भरणी नक्षत्र में पहनने से कपड़े खो सकते हैं। कृतिका नक्षत्र में कपड़े पहनने से उनके जलने की संभावना रहती है। रोहिणी नक्षत्र में नए कपड़े पहनने से धन लाभ होता है। मृगशिरा नक्षत्र में कपड़े पहनने से उसे चूहे कुतर सकते हैं। आद्रा नक्षत्र में तो कतई कपड़ा नहीं पहनना चाहिए, नहीं तो मृत्यु या मृत्यु तुल्य कष्ट होता है।


पुनर्वसु नक्षत्र में कपड़े पहनना शुभकारक है। पुष्य नक्षत्र में नया वस्त्र पहनने पर धन लाभ की कामना की जा सकती है। आश्लेषा नक्षत्र में कपड़े पहनने से कपड़े का नाश निश्चित है। मघा नक्षत्र में नया कपड़ा पहनना जानलेवा हो सकता है। पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र में नया कपड़ा पहनने से आपके काम बिगड़ सकते हैं या राज्य से दंड मिलने की संभावना रहती है। उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र में नया कपड़ा पहनने से धन लाभ हो सकता है। हस्त नक्षत्र में नए वस्त्र धारण करने से कार्य सिद्ध होते हैं। चित्रा नक्षत्र में भी नए कपड़े पहनने से ध्येय और शुभ प्रसंगों की प्राप्ति होती है।


स्वाति नक्षत्र में नया कपड़ा पहनने से वस्त्र सुख के साथ उत्तम भोजन की प्राप्ति होती है। विशाखा नक्षत्र में नया कपड़ा पहनने से अपने प्रियजनों का स्नेह प्राप्त होता है। अनुराधा नक्षत्र में नए कपड़े पहनने से मित्रों से मेल-मिलाप का लुत्फ मिलता है। ज्येष्ठा नक्षत्र में वस्त्र पहनना निषेध है, क्योंकि इससे वस्त्र ही नष्ट हो जाता है। 


मूल नक्षत्र में कपड़े पहनने के बाद तैरना नहीं चाहिए। डूबने का खतरा रहता है। पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र में नए कपड़े पहनने से रोगी होने की संभावना रहती है। उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में नया वस्त्र धारण करने से मिष्ठान खाने का लाभ मिलता है। श्रवण नक्षत्र में नया कपड़ा आपको नेत्र रोग ला सकता है। यदि आप चश्मा पहनते हैं तो टूट सकता है। धनिष्ठा नक्षत्र में नए कपड़े पहनने से घर में धन व अन्न की आमद होती है।


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