Masik Shivratri: कार्तिक माह की मासिक शिवरात्रि पर करें ये काम, जीवन की हर खुशी होगी आपके द्वार
punjabkesari.in Saturday, Nov 11, 2023 - 06:33 AM (IST)

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Masik Shivratri: पंचांग के अनुसार हर माह कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि मनाई जाती है। इस अनुसार कार्तिक माह की मासिक शिवरात्रि 11 नवंबर यानी आज मनाई जाएगी। आज के दिन भगवान शिव संग माता पार्वती की पूजा करने का विधान है। शिव पुराण के अनुसार मन की मनोकामना को पूर्ण करने के लिए आज का दिन बेहद ही खास और शुभ माना जाता है। जो व्यक्ति सच्चे मन के साथ दोनों की एक-साथ पूजा करता है उसके घर के भंडार हमेशा भरे रहते हैं। कहते हैं इस व्रत के प्रभाव से कुंवारी लड़कियों को मनचाहे व्रत की प्राप्ति होती है और विवाहित महिलाओं को सुख और सौभाग्य की प्राप्ति होती है।इसके अलावा आज के दिन कुछ खास उपाय करने से धन, सेहत और घर-परिवार से जुड़ी हर परेशानी बहुत ही जल्द छूमंतर हो जाती है। तो चलिए सबसे पहले जानते हैं शुभ मुहूर्त।
Monthly shivratri auspicious time मासिक शिवरात्रि शुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार, कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि का आरंभ 11 नवंबर को दोपहर 01 बजकर 57 मिनट पर होगा और 12 नवंबर को 2 बजकर 44 मिनट पर इसका समापन होगा। शिवरात्रि की पूजा शाम के समय की जाती है इस वजह से 11 नवंबर के दिन मासिक शिवरात्रि का व्रत रखा जाएगा।
Offer these things to Lord Shiva भगवान शिव को अर्पित करें ये चीजें
ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार भगवान शिव को प्रसन्न करने के सबसे सरल उपाय है एक लौटा जल। भोलेनाथ अपने नाम की तरह बहुत ही भोले हैं। आज के दिन शिवलिंग पर जल अर्पित करने से महादेव की कृपा प्राप्त होती है।
जीवन में सुख-शांति को बनाए रखने के लिए आज के दिन शिवलिंग पर केसर अर्पित करें। ऐसा करने से दरिद्रता भी दूर होती है।
देवों के देव महादेव को इत्र भी बहुत पसंद है। जो व्यक्ति सच्चे मन के साथ शिवलिंग पर इत्र अर्पित करता है। उसको कभी भी बीमारियों से सामना नहीं करना पड़ता और व्यक्ति की हर मनोकामना को पूर्ण हो जाती है।
जल के साथ शिवलिंग पर दही और घी अर्पित करने से आने वाली परेशानियां भी अपना मुंह मोड़ लेती हैं। इसी के साथ इस उपाय को करने से व्यक्ति की शक्ति में भी वृद्धि देखने को मिलती है।
गिरिजापति को चन्दन भी बहुत प्रिय है। शिवलिंग पर चंदन अर्पित करने से समाज में मान-सम्मान की बढ़ोतरी होती है और अगर इसके साथ बेलपत्र चढ़ा दिया तो जीवन में चार चांद लग जाते हैं।