Mars transit 2025: मंगल फिर से नीच, 60 दिन के लिए ये राशियां रहें संभलकर जानिए
punjabkesari.in Saturday, Apr 05, 2025 - 04:33 PM (IST)
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Mars transit 2025: मंगल ग्रह ने फिर से चाल बदल ली है और वह 60 दिन के लिए फिर से अपनी नीच कर्क राशि में आ गए हैं। यह 60 दिन ज्योतिष में बहुत ही महत्वपूर्ण रहने वाले हैं। 3 अप्रैल को ग्रहों के सेनापति मंगल मिथुन राशि से निकलकर कर्क राशि में आ चुके हैं। जो चंद्रमा की राशि है और मंगल की यह नीच राशि है। मंगल ग्रह यहां पर 7 जून 2025 तक रहने वाले हैं यानी पूरे 2 महीने अब मंगल ग्रह का पूरा जलवा देखने को मिलेगा। कुछ राशियों को संभल कर रहना होगा, जबकि कुछ राशियों को शानदार नतीजे भी इस दौरान मिलेंगे।
ज्योतिष में मंगल ग्रह को ऊर्जा, साहस, जोश, शौर्य, शक्ति, आत्मविश्वास, परिश्रम, भाई व भूमि का कारक ग्रह माना जाता है। यानी यह ब्रह्मांड के सबसे जोशीले ग्रह हैं। यह ग्रह विशेष रूप से हमारी इच्छा शक्ति यानी विल पावर, आत्मरक्षा और संघर्ष क्षमता को प्रभावित करता है। यह हमारे भीतर ऊर्जा और साहस को उत्पन्न करता है। जिन लोगों की कुंडली में मंगल मजबूत होता है, वे साहसी, जोशीले और किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार होते हैं।
जब यही मंगल अपनी नीच राशि में आता है, तो इसकी शक्ति कमजोर हो जाती है और कई लोगों के जीवन में उतार-चढ़ाव शुरू हो जाते हैं। क्या आपको भी 3 अप्रैल 2025 से कुछ ऐसा ही अनुभव होने वाला है ? क्या आपके करियर, दांपत्य जीवन या आर्थिक स्थिति पर इस बदलाव का असर पड़ेगा ? जानते हैं, साथ ही कुछ सरल उपाय भी बताएंगे, जो मंगल के नकारात्मक प्रभावों को कम कर सकते हैं। तो आइए शुरुआत करते हैं और जानते हैं कि अगले 60 दिन आपके लिए कितने चुनौतीपूर्ण या लाभदायक हो सकते हैं।
सबसे पहले उन राशियों का जिक्र करते हैं, जिनके लिए मंगल नीच राशि में बैठकर भी जीवन को मंगलमय बनाएंगे। इनमें पहली भाग्यशाली राशि मेष राशि है, जो मंगल की अपनी राशि है। हालांकि मेष राशि पर शनि की साढ़ेसाती भी शुरू हो चुकी है लेकिन मंगल का 60 दिन का कर्क राशि में गोचर मेष राशि वालों को कई मोर्चों पर बहुत बड़ी सफलता भी देगा। उपलब्धियां भी देगा और राहत भी देगा। कोर्ट-कचहरी के मामले में सफलता मिलेगी। प्रमोशन के योग बनेंगे। विदेश जाने की कोई फाइल लगाई है तो अच्छी खबर सुनने को मिलेगी। नई प्रॉपर्टी बनाने में भी आप कामयाब हो सकते हैं। स्वास्थ्य पक्ष भी आपका बेहतर रहेगा।
दूसरी भाग्यशाली राशि वृषभ राशि है। वृषभ राशि वालों को मंगल आत्मनिर्भर बनाएंगे और आपके कई अटके हुए काम बनते चले जाएंगे। पैतृक संपत्ति का लाभ मिलने के योग भी बनेंगे। पर्सनल तथा प्रोफेशनल लाइफ और बेहतर होगी। शेयर मार्केट और इन्वेस्टमेंट से आपको लाभ होगा। अचानक धन लाभ के योग बन सकते हैं।
तीसरी भाग्यशाली राशि सिंह राशि है, जो सूर्य की राशि है और मंगल की मित्र राशि है। हालांकि सिंह राशि पर भी शनि की ढैया शुरू हो चुकी है लेकिन इसके बावजूद मंगल के गोचर से सिंह राशि वालों को विदेश से जुड़ा कोई बड़ा अवसर मिल सकता है। कार्यक्षेत्र में आपकी मेहनत रंग लाएगी। आर्थिक स्थिति भी मजबूत होगी और इनकम के नए साधन बनेंगे। सबसे बड़ी बात यह है कि आपका कॉन्फिडेंस लेवल बढ़ेगा और चुनौतियों पर आप विजय हासिल करेंगे।
चौथी भाग्यशाली राशि तुला राशि है और तुला राशि वालों की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। कोर्ट-कचहरी के मामले में सफलता मिलेगी। पैतृक संपत्ति का लाभ मिलने के योग बनेंगे और नौकरी में प्रमोशन के योग भी बनेंगे। नया वाहन और फ्लैट खरीदने के योग भी बनते दिखाई दे रहे हैं।
पांचवीं भाग्यशाली राशि धनु राशि है और मजे की बात यह है की धनु राशि पर भी शनि की ढैया शुरू हो गई है लेकिन मंगल मेहरबान रहने वाले हैं। धनु राशि वालों के अब रुके हुए काम पूरे होंगे। कार्यक्षेत्र में पदोन्नति के योग बनेंगे। परिवार में खुशियों का माहौल रहेगा। संतान की कोई उपलब्धि भी खुशी प्रदान करेगी।
छठी भाग्यशाली राशि मकर राशि है जिस पर साढ़ेसाती भी समाप्त हो गई है और मंगल का गोचर भी काफी राहत देने वाला है। विदेश से कोई अच्छी खबर सुनने को मिल सकती है। संतान से जुड़ी कोई उपलब्धि आपको खुशी प्रदान करेगी। प्रमोशन या वेतन वृद्धि के योग बनेंगे और लव लाइफ भी बेहतर होगी।
कुछ राशियों को मंगल के इस गोचर से मिले-जुले नतीजे भी मिलेंगे और अब उनका भी जिक्र करते हैं। मिथुन राशि वालों को क्रोध और जल्दबाजी से बचना होगा, वरना रिश्तों में तनाव बढ़ सकता है। मंगल का गोचर क्योंकि नीच राशि कर्क में हो रहा है इसलिए कर्क राशि वालों का इन दो महीनो के दौरान थोड़ा मानसिक तनाव बढ़ सकता है। कार्यक्षेत्र में मुश्किलें आ सकती हैं। किसी भी महत्वपूर्ण दस्तावेज पर जल्दबाजी में हस्ताक्षर न करें और किसी की झूठी गवाही न दें अन्यथा आप दिक्कत में आ सकते हैं। मंगल के नीच राशि में गोचर से वृश्चिक राशि वालों के खर्चों में बढ़ोतरी होगी। निवेश सोच-समझकर करें अन्यथा नुकसान हो सकता है।
Mangal Grah Ke Upay मंगल के प्रभाव को कम करने के उपाय
हर मंगलवार हनुमान चालीसा का पाठ करें।
लाल मसूर की दाल और गुड़ का दान करें।
चांदी की अंगूठी पहनें या शिवलिंग पर जल चढ़ाएं।
अपने क्रोध पर नियंत्रण रखें और कोई भी निर्णय सोच-समझ कर लें।
मंगल का यह गोचर हर किसी के लिए अलग-अलग परिणाम लाएगा। यदि आपकी कुंडली में मंगल पहले से ही अशुभ स्थिति में हैं, तो आपको विशेष उपाय करने चाहिए।
गुरमीत बेदी
9418033344