Mahashivratri: महाशिवरात्रि पर बनेगा शिव कृपा पाने का विशेष संयोग, आप भी उठाएं लाभ

punjabkesari.in Friday, Feb 17, 2023 - 07:44 AM (IST)

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Mahashivratri 2023: फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाएगा। इस दिन देवों के देव महादेव और माता पार्वती का विवाह हुआ था। शिवरात्रि के दिन महादेव की पूजा करने से व्यक्ति के जीवन के सारे दुःख चले जाते हैं लेकिन इस बार महाशिवरात्रि 18 फरवरी को बड़े ही दुर्लभ संयोग के साथ मनाई जाएगी। 30 साल बाद शनि और सूर्य के कारण यह पर्व बहुत ही विशेष है। शिवरात्रि के दिन शनि अपनी ही राशि में  होंगे और सूर्य मकर से निकलकर कुंभ में प्रवेश करेंगे। दोनों पिता पुत्र के साथ होने के कारण यह पर्व और भी विशेष हो जाएगा। इस दिन शनि त्रयोदशी और प्रदोष व्रत दोनों एक साथ हैं और दोनों ही दिन भगवान शिव को बहुत प्रिय हैं। 30 साल बाद बने इस शुभ संयोग में पूजा करने से महादेव जल्द ही मनोकामना पूर्ण करेंगे।

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Shani Pradosh Puja Timings शनि प्रदोष पूजा समय:
शनि प्रदोष व्रत पूजा समय-
18 फरवरी 2023 को शाम 06 बजकर 21 मिनट से रात 08 बजकर 02 मिनट तक
सर्वार्थ सिद्धि योग- 18 फरवरी 2023, शाम 05 बजकर 42  मिनट से 19 फरवरी को सुबह 07 बजे तक

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Mahashivratri 2023 auspicious time महाशिवरात्रि 2023 मुहूर्त:

निशिता काल मुहूर्त - 19 फरवरी 2023 को रात में 12 बजकर 15 मिनट से देर रात 01 बजकर 06 मिनट तक

प्रथम प्रहर - 18 फरवरी को शाम 06: 21 मिनट से रात 09: 31 मिनट तक
द्वितीया प्रहर - रात 09: 31 मिनट से 19 फरवरी 2023, प्रात: 12: 41 मिनट तक
तृतीया प्रहर- 19 फरवरी 2023 को सुबह 1: 41 मिनट से सुबह 03: 51 मिनट तक
चतुर्थ प्रहर - 19 फरवरी 2023 को सुबह 03: 51 मिनट से सुबह 07 तक

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Remedies to remove Shani Dosha on Shivratri महाशिवरात्रि पर शनि दोष दूर करने के उपाय:
शनि देव महादेव के भक्त हैं इसलिए अगर शनि के दोष को कम करना चाहते हैं तो महाशिवरात्रि के इस पावन अवसर पर इन उपायों को जरूर करना चाहिए-

शनि के प्रभाव को काम करने के लिए महाशिवरात्रि पर पानी में थोड़े से काले तिल डाल कर महादेव का अभिषेक करना चाहिए। अभिषेक करते समय महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें :

Mahamrityunjaya Mantra: ॐ त्र्यम्बकं स्यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्। उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥

शनि का प्रकोप अगर सिर चढ़ कर बोल रहा हो तो किसी गरीब को खीर खिलाएं और शिव चालीसा का पाठ करें।

शिवरात्रि और शनि त्रयोदशी एक ही दिन होने के कारण विशेषकर काली उड़द की दाल, काले तिल, सरसों का तेल दान करना चाहिए। ऐसा करने से व्यक्ति की मनोकामना जल्द ही पूर्ण हो जाती हैं।

शनि के नकारात्मक प्रभाव को कम करने के लिए शिव जी पर बेल पत्र और शमी के फूल चढ़ाएं।

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Content Writer

Niyati Bhandari

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