Mahakumbh 2025: महाकुंभ में संत सम्मेलन के दौरान देवी चित्रलेखा और धीरेंद्र शास्त्री के बीच आध्यात्मिक विषयों पर हुई विस्तृत चर्चा
punjabkesari.in Tuesday, Feb 04, 2025 - 01:29 PM (IST)
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Mahakumbh 2025: महाकुम्भ की दिव्य धरती पर विगत बृहस्पतिवार को आयोजित संत सम्मलेन आयोजन में सभी संत और कथावाचकों ने हिन्दू जगाओ, हिंदुस्तान बचाओ का संखनांद किया। जिसमें पूज्य स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी, पूज्य आचार्य धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री जी के मार्गदर्शन में आयोजित महासंत सम्मेलन में मौनी अमावस्या को जो हृदय विदारक घटना घटी उसे समर्पित एक भावभीनी श्रद्धाजंलि कार्यक्रम रखा गया। जिसमें मुख्या रूप से पधारे देवी चित्रलेखाजी, पूज्य आचार्य महामंडलेश्वर विशोकानंद, पूज्य रविंद्र पूरी, पूज्य बालकनाथ, श्री सतुआ बाबा, पूज्य चिदानंद मुनि जी, पूज्य अभयदास, पूज्या साध्वी भगवती, पूज्य रामचंद्र दास जी महाराज और गणमान्य संतों ने सनातन अलख जगाई। सभी ने मृतक और घायलों के परिवार के प्रीति अपनी संवेदनायें व्यक्त की और घायलों के शीघ्र स्वास्थ्यलाभ की प्रार्थना सर्वे भवन्तु सुखिनः मंत्र के साथ की।
इस खास अवसर पर श्री धीरेंद्र शास्त्री जी और गौ सेवा धाम हॉस्पिटल संचालिका पूज्या देवी चित्रलेखाजी के बीच एक आत्मीय भेंट हुई, जिसमें सनातन धर्म, भारतीय संस्कृति और आध्यात्मिक उत्थान से जुड़े कई महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तृत चर्चा हुई।
इस संवाद में समाज और युवाओं में सनातन धर्म की भूमिका, गौ सेवा, धर्म प्रचार और जनकल्याण से संबंधित विषयों पर गहन विचार-विमर्श किया गया।
पूज्या देवी चित्रलेखा जी ने गौ सेवा धाम में बीमार पशुओं हेतु निशुल्क संचालित सेवाओं से अवगत कराया और भारत में पहला बनने जा रहा गौ हॉस्पिटल – "गौ सेवा धाम हॉस्पिटल" की संकल्पना और उद्देश्य से पूज्य श्री धीरेंद्र शास्त्री जी को अवगत कराया। उन्होंने बताया कि यह अस्पताल असहाय, बीमार और घायल गौवंश की निःशुल्क सेवा और उपचार के लिए समर्पित होगा, जहां अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। पूज्य चित्रलेखा जी ने पूज्य श्री धीरेंद्र शास्त्री जी को इस गौ सेवा धाम हॉस्पिटल में आने के लिए सादर आमंत्रित किया, जिससे वे इस पुण्य कार्य का साक्षात्कार कर सकें। आपको बता दें कि होडल, पलवल में बना गौ सेवा धाम हॉस्पिटल पिछले 11 वर्षों में हजारों गौवंश और अन्य जीवों का निशुल्क उपचार कर चुका है। अभी भी इस अस्पताल में इलाज हेतु 300 से अधिक जीव भर्ती हैं।