Magh Mela 2026 : माघ मेले पर नहीं मचेगी भगदड़, भीड़ संभालने के लिए रेलवे का नया मास्टरप्लान
punjabkesari.in Tuesday, Dec 23, 2025 - 10:12 AM (IST)
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Magh Mela 2026 : तीर्थराज प्रयाग में आयोजित होने वाले माघ मेले को लेकर श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए रेलवे ने भी अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। खास तौर पर स्नान पर्व के दौरान उमड़ने वाली भारी भीड़ को नियंत्रित करने के उद्देश्य से रेलवे इस बार एक नई व्यवस्था लागू करने जा रहा है। पहली बार माघ मेले में कलर कोड आधारित टिकटिंग सिस्टम अपनाया जाएगा, जिससे यात्रियों की आवाजाही को व्यवस्थित किया जा सकेगा।
इस नई व्यवस्था के तहत यात्रियों को दिए जाने वाले टिकट का रंग उनके यात्रा मार्ग को दर्शाएगा। टिकट के रंग के अनुसार ही श्रद्धालुओं को निर्धारित होल्डिंग एरिया में रोका जाएगा और वहीं से उसी दिशा में जाने वाली ट्रेनों के लिए प्लेटफॉर्म पर भेजा जाएगा। इससे एक समय में प्लेटफॉर्म पर अत्यधिक भीड़ नहीं जुटेगी और यात्रियों को भी किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
उत्तर मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी शशिकांत त्रिपाठी ने बताया कि इस कलर कोडेड टिकटिंग सिस्टम से यात्रियों को काफी सहूलियत मिलेगी। मेले के दौरान चार अलग-अलग रंगों के टिकट जारी किए जाएंगे और हर रंग के लिए अलग होल्डिंग एरिया तय किया गया है। स्नान के बाद जब श्रद्धालु रेलवे स्टेशन पहुंचेंगे, तो उन्हें उनके टिकट के रंग के अनुसार ही संबंधित होल्डिंग एरिया में भेजा जाएगा।
उन्होंने बताया कि इन्हीं होल्डिंग एरिया से यात्रियों को अलग-अलग दिशाओं में जाने वाली ट्रेनों के लिए प्लेटफॉर्म तक पहुंचाया जाएगा। इससे न केवल भीड़ प्रबंधन आसान होगा, बल्कि यात्रियों को अपनी ट्रेन खोजने के लिए इधर-उधर भटकना भी नहीं पड़ेगा। इसके अलावा, रेलवे की ओर से पहली बार माघ मेले के लिए टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए जाएंगे, ताकि श्रद्धालु यात्रा से जुड़ी किसी भी जानकारी को आसानी से प्राप्त कर सकें।
गौरतलब है कि प्रयागराज माघ मेला इस वर्ष 3 जनवरी को पौष पूर्णिमा के स्नान पर्व के साथ शुरू होगा और 15 फरवरी को महाशिवरात्रि के अवसर पर संपन्न होगा। इस दौरान करोड़ों श्रद्धालुओं के प्रयागराज पहुंचने की संभावना है। मेला प्रशासन ने लगभग 15 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान लगाते हुए व्यापक तैयारियां की हैं।
चूंकि बड़ी संख्या में श्रद्धालु रेल मार्ग से प्रयागराज पहुंचते हैं, इसलिए रेलवे भी अपनी व्यवस्थाओं को अंतिम रूप देने में जुटा हुआ है। भीड़ नियंत्रण को सबसे बड़ी चुनौती मानते हुए रेलवे इस बार महाकुंभ में अपनाई गई रणनीति को माघ मेले में लागू करने जा रहा है। इसी क्रम में पहली बार कलर कोडेड टिकटिंग सिस्टम को लागू करने की तैयारी की जा रही है, ताकि श्रद्धालुओं की यात्रा सुरक्षित और सुव्यवस्थित बनी रहे।
