उत्तराखंड: 17 मई से खुलेंगे बाबा केदारनाथ के कपाट

punjabkesari.in Thursday, Mar 25, 2021 - 01:06 PM (IST)

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बीते वर्ष की तरह इस साल भी यानि 2021 में भी कोरोना का कहर एक बार भी देश-दुनिया में फैलता नज़र आ रहा है। हालांकि इसकी वैक्सीन भी आ चुकी है, जो बारी-बारी से हर किसी तर पहुंचाई जा रही है। जिस कारण इस बार हालात पिछले साल से कुछ हद तक अलग है। 2020 में कोरोना से बचान के चलते लगभग सभी तरह के धार्मिक स्थल बंद कर दिए गए, मगर धीरे-धीरे इन्हें हिदायतों के साथ खोला गया परंतु श्रद्धालुओं के लिए इन तीर्थ स्थलों के कपाट बंद ही रहे। मगर इस वर्ष लोगों की श्रद्धा को ध्यान में रखते हुए कई तीर्थ स्थलों पर श्रद्धालुओं को आने की अनुमति दी जा रही है। जी हां, उच्च गढवाल हिमालयी क्षेत्र में स्थित विश्वप्रसिद्ध बाबा केदारनाथ के कपाट इस वर्ष 17 मई को श्रद्धालुओं के लिए प्रात: 5 बजे खोले दिए जाएंगे। चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के एक प्रवक्ता के अनुसार महाशिवरात्रि के पर्व पर विधि विधान से रूद्रप्रयाग के उखीमठ के ओंकारेश्वर मंदिर में केदारनाथ मंदिर के कपाट खोलने का मुहूर्त निकाला गया था।

उन्होंने ये भी बताया कि बाबा केदार की डोली उनके शीतकालीन प्रवास स्थल उखीमठ से 14 मई को रवाना होगी। बता दें पिछले वर्ष केदारनाथ मंदिर के कपाट 16 नवंबर को बंद हुए थे। इससे पहले, बसंत पंचमी के दिन 18 मई को बद्रीनाथ के कपाट सुबह सवा चार बजे खोले जाने का मुहूर्त निकाला गया था, जो पिछले वर्ष 19 नवंबर 2020 को बंद कर दिए गए थे। खबरों के अनुसार 14 मई को अक्षय तृतीया के पावन पर्व पर गंगोत्री और यमुनोत्री धामों के भी कपाट खोले जाएंगे। जिसके साथ ही इस वर्ष की चारधाम यात्रा की शुरूआत हो जाएगी। बताया जाता है कि हिमालय के चार धामों के नाम से प्रसिद्ध बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट सर्दियों में भीषण ठंड और अधिक बर्फवारी की चपेट में आने के कारण प्रत्येक वर्ष साल अक्टूबर-नवंबर में श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिए जाते हैं। जो बाद में अगले साल अप्रैल-मई में खुलते हैं। कहा जाता है वर्ष में करीब 6 माह चलने वाली इस यात्रा के दौरान देश से नहीं बल्कि विदेशों से भी लाखों श्रद्धालु चारों धामों के दर्शन के लिए यहां आते हैं।  


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Content Writer

Jyoti

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