Kanwar Yatra 2025: कांवड़ यात्रा के बाद हरिद्वार में लगे कूड़े के अंबार, सफाई के लिए 1000 से ज्यादा अतिरिक्त कर्मचारी तैनात

punjabkesari.in Friday, Jul 25, 2025 - 08:38 AM (IST)

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हरिद्वार (इंट): वार्षिक कांवड़ यात्रा समाप्त होने के बाद अब हरिद्वार में कूड़े के अंबार लगे हुए हैं। इस यात्रा के दौरान हरिद्वार में करीब 4 करोड़ श्रद्धालु पहुंचे थे। जानकारी के मुताबिक हरिद्वार जिला प्रशासन ने शहर और आस-पास के इलाकों से हजारों टन कचरा साफ करने के लिए 1000 से ज्यादा अतिरिक्त सफाई कर्मचारियों को तैनात किया है।

35,000 मीट्रिक टन कचरा उत्पन्न होने का अनुमान
एक रिपोर्ट के मुताबिक हरिद्वार नगर निगम के अधिकारियों का अनुमान है कि एक पखवाड़े तक चलने वाले इस मेले के दौरान कुल 30,000 से 35,000 मीट्रिक टन कचरा उत्पन्न हो सकता है। हालांकि सफाई अभियान जारी है, लेकिन अधिकारी मानते हैं कि शहर और तीर्थयात्रा मार्गों पर सफाई पूरी तरह से बहाल होने में कई दिन या हफ्ते भी लग सकते हैं। कांवड़ मेला नियंत्रण कक्ष के आंकड़ों के अनुसार 11 जुलाई से अब तक 4 करोड़ से ज्यादा कांवड़िए भगवान शिव को अर्पित करने के लिए पवित्र गंगा जल लेने हरिद्वार आ चुके हैं। 

श्रावण शिवरात्रि से पहले के आखिरी दिनों में श्रद्धालुओं की सबसे ज्यादा आमद हुई है, जब हजारों श्रद्धालु शहर में प्रवेश कर रहे थे, जबकि कुछ अन्य वापस जाने लगे थे। गत मंगलवार शाम तक ज्यादातर श्रद्धालु वापस लौट चुके थे, लेकिन पीछे छूटे कचरे के ढेर ने एक बड़ा परिवहन और पर्यावरणीय संकट पैदा कर दिया है।

चौबीसों घंटे काम कर रहे कर्मचारी
हरिद्वार नगर आयुक्त नंदन कुमार के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है कि कांवड़ मेले के दौरान सफाई अभियान के लिए विभिन्न क्षेत्रों से 1000 से ज्यादा अतिरिक्त सफाई कर्मचारियों को तैनात किया गया है। कुमार ने कहा कि नागरिक और सफाई कर्मचारी, खासकर गंगा घाटों और पूरे मेला क्षेत्र में, चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के स्वच्छ और हरित कांवड़ मेले के दृष्टिकोण के अनुरूप, हमने सफाई अभियान जारी रखा है, लेकिन सफाई का पूरा पैमाना यात्रा के आधिकारिक रूप से समाप्त होने के बाद ही स्पष्ट होगा। 

उन्होंने आगे कहा कि एकत्रित कचरे की सही मात्रा का आंकड़ा जल्द संकलित और जारी किया जाएगा। कचरे के ढेर के बावजूद, कुछ तीर्थयात्रियों और स्थानीय लोगों ने पिछले वर्षों की तुलना में कचरा संग्रहण में सुधार की बात स्वीकार की। हालांकि उन्होंने जन जागरूकता और कचरा निपटान वाहनों की बेहतर पहुंच की आवश्यकता पर भी जोर दिया है।
 


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Content Editor

Sarita Thapa

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