ये 5 दिन होंगे बेहद खास, 4 ग्रह बदल रहे चाल !

punjabkesari.in Friday, Jun 18, 2021 - 05:11 PM (IST)

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अगर आपकी ग्रह नक्षत्रों और ज्योतिष में रुचि है तो आने वाले 5 दिन बेहद खास रहने वाले हैं। इस दौरान विलक्षण संयोग बनने जा रहे हैं जिनका खगोलीय दृष्टि से भी बहुत महत्त्व रहेगा। 5 दिनों के भीतर 4 ग्रहों की चाल बदलने जा रही है जो सभी राशियों को प्रभावित करेगी।  20 जून से 24 जून तक महत्वपूर्ण ज्योतिषीय घटनाक्रम होंगे और इस दौरान दो प्रमुख पर्व निर्जला एकादशी व ज्येष्ठ पूर्णिमा भी पड़ेंगे। देव गुरु बृहस्पति , शुक्र, सूर्य और बुध इन 4 ग्रहों की चाल बदलेगी। 21 जून को साल का सबसे बड़ा दिन होगा। इस दिन सूर्य कर्क रेखा पर आ जाएगा जिससे कर्क रेखा के नजदीकी जगहों पर दोपहर में कुछ देर के लिए परछाई नहीं दिखेगी। और 24 जून को हमारे सौरमंडल के दो प्रमुख ग्रह सूर्य और चंद्रमा 180 डिग्री पर एक-दूसरे के सामने रहेंगे । 

ज्योतिषीय घटनाक्रमों की शुरुआत 20 जून से होगी। 20 जून को देव गुरु बृहस्पति रात्रि 8:15 पर कुंभ राशि में वक्री हो जाएंगे यानी उल्टी चाल चलने लगेंगे । उल्टी चाल  चलते हुए बृहस्पति 14 सितंबर को एक राशि पीछे यानी कुंभ राशि से अपनी नीच मकर में चले जाएंगे। और फिर से शनि-गुरु एक राशि में आ जाएंगे। इससे सभी 12 राशियों पर प्रभाव पड़ेगा।  इसके बाद 18 अक्टूबर को बृहस्पति सीधी चाल से चलने लगेंगे और 21 नवंबर को फिर से कुंभ राशि में आ जाएंगे।

देव गुरु बृहस्पति हर 13 महीने में लगभग चार महीने के लिए वक्री हो जाते हैं। 20 जून, 2021 को गुरु ग्रह कुंभ राशि में वक्री होने पर  देश-दुनिया में राजनैतिक उथल-पुथल होगी और बड़े बदलाव भी दिखेंगे। इस ग्रह की वजह से प्राकृतिक आपदाएं आने की आशंका भी है। 20 जून को गंगा दशहरा भी होगा, जिसका श्रद्धालुओं को बड़ी शिद्दत के साथ इंतजार रहता है।  ऐसी मान्यता है कि इसी दिन गंगा मैया धरती पर आई थी। 

इससे 1 दिन बाद यानी सोमवार 21 जून को  साल का सबसे बड़ा दिन भी होगा और इसी दिन निर्जला एकादशी भी होगी जिसकी शास्त्रों में बहुत मान्यता है । अगर खगोल विज्ञान की दृष्टि से बात करें तो 21 जून को सूर्य कर्क रेखा पर लंबवत यानी सीधा रहेगा। जिससे ये उत्तरी गोलार्द्ध में सबसे बड़ा दिन रहेगा और रात सबसे छोटी होगी। इस दिन कर्क रेखा के नजदीकी जगहों पर दोपहर में कुछ देर के लिए परछाई गायब हो जाएगी। इस खगोलीय घटना को ग्रीष्म कालीन संक्रांति  या जून संक्रांति भी कहा जाता है। इस दिन उत्तरी गोलार्द्ध के देशों यूके, यूएसए, कनाडा, रूस, भारत और चीन में गर्मी का समय होता है और ये साल का सबसे लंबा दिन होता है।

22 जून का दिन भी ज्योतिष और शास्त्रों की दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण रहने वाला है । इस दिन सूर्य , राहु के आद्रा नक्षत्र में आएंगे और इसी दिन शुक्र ग्रह मिथुन से निकलकर कर्क में आ जाएंगे, जहां मंगल के साथ उनका कंबीनेशन बनेगा। शुक्र ग्रह 17 जुलाई  कर्क राशि में  गोचर करेंगे। कर्क चंद्र ग्रह की राशि है और शुक्र को चंद्र ग्रह का शत्रु माना जाता है, जिसके चलते कर्क राशि में शुक्र का होना बहुत ज्यादा शुभ नहीं है। शुक्र के इस गोचर का सभी राशियों पर असर पड़ेगा। 23 जून को विद्या बुद्धि वाणी और बिजनेस का कारक माने जाने वाले बुध ग्रह वृष राशि में रहते हुए टेढ़ी चाल बदलकर सीधा चलने लगेंगे। यानी मार्गी हो जाएंगे। लेकिन साथ ही अस्त भी रहेंगे। बुध के चाल में हुए इस बदलाव के  शेयर मार्केट में भी बड़े उतार-चढ़ाव आएंगे। 

24 जून  को ज्येष्ठ पूर्णिमा भी होगी और इस दिन बृहस्पतिवार भी होने के कारण इस पूर्णिमा का खास महत्व रहेगा। शास्त्रों के अनुसार इस दिन किए गए दान पुण्य का बहुत फल मिलता है। 24 जून का दिन धार्मिक दृष्टि के साथ-साथ खगोल विज्ञान की दृष्टि से भी काफी महत्वपूर्ण रहेगा। इस दिन सूर्य और चंद्रमा एक दूसरे के आमने-सामने यानी ठीक 180 डिग्री पर रहेंगे। इस तरह 20 जून से लेकर 24 जून तक 5 दिन ज्योतिष की दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण रहने वाले हैं। और ये दिन खगोलीय घटनाओं का साक्षी भी बनेंगे।


गुरमीत बेदी 
gurmitbedi@gmail.com

 


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Content Writer

Jyoti

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