Jatoli Shiv Mandir: यह है एशिया का सबसे ऊंचा जटोली शिव मंदिर, जहां पत्थरों के बीच से आती है डमरू बजने की आवाज़
punjabkesari.in Wednesday, Mar 05, 2025 - 03:19 PM (IST)

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Jatoli Shiv Mandir: देवभूमि हिमाचल के सोलन में अद्भुत जटोली शिव मंदिर स्थित है। लोगों की आस्था और विश्वास का कारण केवल यहां आकर मुरादें पुरा होना ही नहीं हैं बल्कि भगवान शिव की मौजूदगी होना भी हैं। जटोली शिव मंदिर एशिया का सबसे ऊंचा शिव मंदिर है। इस मंदिर से जूडी रहस्यमय बातें हीं लोंगों के विश्वास को और भी गहरा करती हैं। देवभूमि हिमाचल मे भगवान शिव के बहुत से मंदिर हैं जिनकी बड़ी मान्यता है। उन्हीं मे से एक जटोली शिव मंदिर हैं। तो आइए जानते हैं हिमाचल में स्थित इस मंदिर के बारे में-
जटोली शिव मंदिर की विशेष बात यह है कि यहां पत्थरों में से डमरू बजने की आवाज आती है। भक्तों का मानना हैं कि वहां स्वयं महादेव वास करते हैं। मंदिर का निर्माण 1950 के दशक में स्वामी कृष्णानंद परमहंस नाम के बाबा ने कराया था। 1974 में उन्होंने इस मंदिर की नींव रखी थी। मंदिर के निर्माण के दौरान ही उन्होंने 1983 में समाधि ले ली। बावजूद इसके मंदिर का निर्माण कार्य नहीं रुका। मंदिर का निर्माण भक्तजनों के दान से ही हुआ था।
मंदिर के अंदर स्फटिक मणि शिवलिंग स्थापित किया गया है। जिसकी पूजा अर्चना कर भक्तजन अपनी मनोकामना पूरा करते हैं। वहीं, मंदिर के ऊपरी छोर पर 11 फुट ऊंचा एक विशाल सोने का कलश भी स्थापित है, जो इस मंदिर को और भी आकर्षित बनाता हैं। लोग कहते हैं कि भगवान शिव के परम भक्त स्वामी कृष्णानंद परमहंस जी ने भगवान शिव की घोर तपस्या यहां की थी। तब यहां पानी की बहुत अधिक समस्या हुआ करती थी।
परमहंस जी के तप से प्रसन्न होकर शिवजी ने अपने त्रिशूल के प्रहार से जमीन में से पानी निकाला। तब से लेकर आज तक जटोली में पानी की समस्या नहीं हुई। लोग इस पानी को चमत्कारी कहते हैं। मान्यता है कि इस पानी को पिने से संसार की हर एक बीमारी से मुक्ति मिलती है।