Inspirational Story: जीवन में सुख-शांति और प्रगति की चाह रखने वाले दूसरों की बुराई पर नहीं, अच्छाई पर दें ध्यान
punjabkesari.in Thursday, Jan 09, 2025 - 02:43 PM (IST)
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Inspirational Story: एक यात्री घोड़े पर सवार होकर किसी गांव की सरहद पर पहुंचा। उसने वहां के एक निवासी को रोक कर पूछा, “यह गांव कैसा है?
मैं कुछ समय यहां रहना चाहता हूं।” गांव के निवासी ने उससे पूछा, “जहां से आप आ रहे हो, वह कैसी जगह थी?” इस पर उस यात्री ने कहा, “वह गांव तो बहुत बेकार था। वहां के लोग बहुत ही बुरे थे, बात-बात पर लड़ने-झगड़ने वाले।”
गांव वाले ने कहा, “भाई, आप इस गांव में न रहें। यहां के लोग तो और भी बदतमीज हैं। आपकी तो एक दिन भी इनके साथ नहीं बनने वाली।”
वह राहगीर चला गया किसी और गांव की तलाश में। इतने में एक और राहगीर आया। उसने भी गांव के उस व्यक्ति से वही सवाल किया, “भाई, यह गांव कैसा है?
मैं यहां रहने आया हूं।” गांव वाले ने पूछा, “जहां से आए हो, वह जगह कैसी थी?” राहगीर ने कहा, “वह गांव तो बहुत ही अच्छा था। मेरी यादों में बसा है वह गांव और वहां के लोग। लेकिन मेरी मजबूरी है कि मुझे अभी यहीं रहना है।”
गांव वाले ने कहा, “इस गांव में आपका स्वागत है। यहां आपको अपार स्नेह और प्रेम मिलेगा।”
यह सब देख रहे एक सज्जन ने उस व्यक्ति से कहा, “आपने एक को तो यह गांव बुरा बताया और दूसरे को अच्छा। ऐसा क्यों?”
उसने कहा, “जो प्रेम लेकर आया है, वह दूसरों को भी प्रेम देगा। लेकिन जो नफरत लेकर आया है, वह जहां जाएगा, बुराई ही फैलाएगा। इसलिए मैंने चाहा कि पहले वाला राहगीर किसी तरह यहां न रहे।”