Gwalior Krishna Janmashtami 2025: ग्वालियर का गोपाल मंदिर बना स्वर्ण महल, जन्माष्टमी पर राधा-कृष्ण का 100 करोड़ के आभूषणों से श्रृंगार

punjabkesari.in Saturday, Aug 16, 2025 - 02:20 PM (IST)

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Gwalior Krishna Janmashtami 2025: ग्वालियर में कृष्ण जन्माष्टमी की धूम मंदिर में दिखाई दे रही है। ग्वालियर के रियासत कालीन प्राचीन गोपाल मंदिर में भगवान श्री कृष्ण और राधा रानी को 100 करोड़ रुपए से अधिक कीमत के हीरे-जवाहरात जड़े आभूषणों का श्रृंगार किया गया। वर्ष में एक बार उन्हें यह आभूषण जन्माष्टमी के दिन ही पहनाए जाते हैं। कड़ी सुरक्षा के बीच बैंक के लॉकर से यह गहने लाये गए। इसके बाद एक-एक गहने की और भगवान के सोने चांदी के बर्तन आदि की गिनती की गई। लिस्ट से एक-एक आभूषण का मिलान किया गया और उसके बाद भगवान को आभूषण पहनाए गए।

आभूषणों के श्रृंगार के बाद उनकी आरती की गई और फिर श्रद्धालुओं के लिए दर्शन के लिए मंदिर खोल दिया गया।अब श्रद्धालु देर रात तक भगवान के दर्शन करेंगे, यह सिलसिला रात तक जारी रहेगा। मंदिर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं और बेहतर ढंग से सजाया गया है। आज का दिन इस मंदिर में बेहद खास होता है क्योंकि अरबों रुपयों के गहनों का श्रृंगार कर भगवान श्री कृष्णा और राधा रानी भक्तों को दर्शन देते हैं।

यह अलौकिक और दुर्लभ नजारा देखने के लिए भक्तों की कतारे मंदिर में पहुंचती हैं। सिंधिया राजवंश ने इस मंदिर का निर्माण कराया था और तभी से यह परंपरा रही है कि भगवान को जन्माष्टमी के पावन पर्व पर सिंधिया राज परिवार द्वारा दान में दिए गए एंटीक हीरे-जवारत के गहने पहनाए जाते हैं। आजादी के बाद इस मंदिर के देख-रेख का जिम्मा ग्वालियर नगर निगम के पास हैं इसलिए जन्माष्टमी के पर्व पर पुलिस प्रशासन और नगर निगम के अधिकारियों के सामने ही लॉकर से ले गए गहने भगवान को पहनाए जाते हैं।

अंकुर जैन ग्वालियर


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Content Editor

Prachi Sharma

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