Happy Dussehra: हर व्यक्ति को लेनी चाहिए, रावण से ये सीख
punjabkesari.in Monday, Jul 01, 2019 - 12:11 PM (IST)
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ये नहीं देखा तो क्या देखा (Video)
अगर कहीं भी रामायण की बात चलती है तो सबसे पहले लोगों के दिमाग में भगवान श्री राम और रावण की छवि आती है। रामायण में होने वाले भगवान श्री राम और रावण की लड़ाई का जिक्र अवश्य किया जाता है। रावण ने अपने जीवन में अगर बुरे कर्म किए थे तो कहीं न कहीं उसने अच्छे कर्म भी किए थे। वैसे देखा जाए तो रावण में कई तरह की बुराइयां देखने को मिलती है लेकिन बुराइयों के साथ-साथ रावण में बहुत सारी अच्छाइयां भी मौजूद थी। हर एक व्यक्ति रावण से बहुत सी ऐसी बातों को सीख सकता है, जोकि उसके जीवन के कठिन समय में काम आ सकती हैं।
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रावण ने अपने अंतिम समय में लक्ष्मण को एक बहुत ही अच्छी बात बताई थी, रावण ने लक्ष्मण को बताया था कि किसी भी शुभ कार्य को करने में कभी भी देर नहीं करनी चाहिए। हर मनुष्य को अशुभ के बारे में ज्यादा सोच विचार नहीं करना चाहिए। अशुभ परिस्थिति को जितनी जल्दी टाल सके उतना ही अच्छा होता है।
रावण ने यह बताया था कि कभी भी अपने शत्रु को कमजोर और छोटा न समझे। आपका शत्रु समय का फायदा कब उठा ले इसके बारे में आपको भी नहीं पता लग पाता।
रावण के विचार ऐसे हो गए थे कि वह पूरी धरती पर अपना राज जमाना चाहता था। रावण ने स्वर्ग में सीढ़ियां लगाने का भी विचार बना रखा था। इस बात से यह पता चलता है कि जैसा रावण के अंदर जुनून था, वैसा ही हर व्यक्ति के अंदर किसी न किसी कार्य को करने का जुनून अवश्य होना चाहिए।
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रावण को पढ़ने और लिखने का बहुत ही शौक था, रावण ने इसी शौक के कारण शिव जी के ऊपर एक मंत्र भी लिख चुका था। रावण ने बहुत सी पुस्तकें लिखी हुई हैं। इससे हमें यह पता चलता है कि हर मनुष्य को किताब पढ़ने की रुचि रखनी चाहिए, क्योंकि आप जितनी पुस्तके पढेंगें, उससे आपका ज्ञान उतना ही अधिक बढ़ेगा।
रावण की सोच ऐसी हो गई थी कि वह मानने लगा था कि ताकत से दुनिया की हर चीज को हासिल की जा सकती है। रावण शक्ति को ही सब कुछ समझने लगा था, परंतु रावण के इस घमंड को शिव जी ने तोड़ा था। इससे हमें यह सीख मिलती है कि व्यक्ति को कभी भी घमंड नहीं करना चाहिए।