Happiness Mantra: बिहार की 65 फीसदी महिलाएं हंसमुख, हंसी-मजाक से मानसिक तनाव करती हैं कम
punjabkesari.in Tuesday, May 13, 2025 - 07:44 AM (IST)

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जालंधर (इंट): राष्ट्रीय महिला एवं बाल विकास विभाग के एक अध्ययन में कहा गया है कि बिहार में महिलाएं पुरुषों से ज्यादा हंसमुख हैं। मार्च में हुए इस अध्ययन में पता चला कि बिहार की 65 फीसदी महिलाएं रोजाना 2 से 3 घंटे हंसती-मुस्कुराती हैं। वे हंसी-मजाक से अपने मानसिक तनाव को भी कम कर लेती हैं। वहीं केवल 35 फीसदी पुरुष ही हंसमुख पाए गए। वे दिन में आधा घंटा ही हंसते हैं। अध्ययन में 50 लाख 76 हजार 66 लोग शामिल थे, जिनमें 30 लाख 50 हजार महिलाएं थीं।
15 से 50 साल तक के लोगों पर अध्ययन
एक रिपोर्ट के मुताबिक अध्ययन में 15 से 50 साल तक के लोगों को शामिल किया गया था। सबसे ज्यादा 30 से 45 साल की महिलाएं हंसमुख पाई गईं। इनमें नौकरी करने वाली और गृहिणी दोनों शामिल हैं। 20 लाख से ज्यादा महिलाओं ने बताया कि वे अपने बच्चों की वजह से खुश रहती हैं।
अप्रैल में आई रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि महिलाएं ऑफिस में काम करते हुए भी बच्चों से बात करके हंस लेती हैं। इससे उनका ऑफिस का तनाव कम हो जाता है। 10 लाख महिलाओं ने कहा कि वे अपने सहकर्मियों के साथ हंस-हंसकर बातें करती हैं। घर में बच्चों से बातें करना और उनके लिए कुछ करना भी उन्हें उदास नहीं होने देता।
हंसी दिलाती है बीमारियों से छुटकारा
अध्ययन में यह भी पाया गया कि हंसने की वजह से महिलाओं को पुरुषों के मुकाबले कम बीमारियां होती हैं। 3 लाख महिलाओं को माइग्रेन, बी.पी. और शुगर जैसी बीमारियां थीं। वे हर बात को लेकर बहुत सोचती थीं। उन्होंने पहले हंसने का योगा शुरू किया। फिर वे रोजाना आधा घंटा हंसने पर ध्यान देने लगीं। वे ऐसे लोगों से मिलती थीं जो हंसते थे।
इससे उनकी बीमारियां दूर हो गईं। राष्ट्रीय महिला एवं बाल विकास विभाग की मनोवैज्ञानिक कुमुद श्रीवास्तव ने मीडिया से कहा कि नियमित हंसने से मानसिक तनाव कम होता है। ज्यादातर महिलाएं हंसकर ही अपना तनाव दूर करती हैं। महिलाएं हर दिन 15 मिनट से लेकर 2-3 घंटे तक हंसती हैं। वे हमेशा खुश रहती हैं। इससे उनके दिमाग से मानसिक तनाव निकल जाता है। इसका असर उनके शरीर और मन दोनों पर होता है।