Diwali Kamakshi Temple: सोने-चांदी से सजेगी मां कामाक्षी, दिवाली पर होगी विशेष पूजा
punjabkesari.in Saturday, Oct 18, 2025 - 08:15 AM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Diwali Kamakshi Temple: दिवाली के पावन अवसर पर मां कामाक्षी देवी मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना और भव्य पालकी यात्रा का आयोजन किया जाएगा। इस दिन मंदिर परिसर में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है, लेकिन यहां एक विशेष परंपरा के कारण हर कोई देवी के दर्शन नहीं कर पाता। दरअसल, मां कामाक्षी के गर्भगृह में प्रवेश को लेकर कुछ धार्मिक नियम और मर्यादाएं तय हैं, जिनका पालन करना बहुत जरूरी है।
मान्यता है कि देवी कामाक्षी, शक्ति की दिव्य स्वरूपा हैं और दिवाली के दिन उनका जागरण और विशेष श्रृंगार किया जाता है। इस अवसर पर सोने-चांदी के आभूषणों से मां का श्रृंगार किया जाता है और मंदिर में दीपों की अद्भुत सजावट होती है। शाम को निकाली जाने वाली पालकी यात्रा में देवी की प्रतिमा को पारंपरिक संगीत और वैदिक मंत्रोच्चार के साथ नगर भ्रमण कराया जाता है।
मंदिर प्रशासन के अनुसार, गर्भगृह में सीमित पुजारियों को ही प्रवेश की अनुमति होती है, ताकि धार्मिक अनुशासन और परंपरा बनी रहे। माना जाता है कि जिस किसी के भी माता-पिता की मृत्यु हो जाती है, या दोनों में से किसी एक की भी मौत हो जाती है, तो वो लोग मंदिर में मां कामाक्षी के दर्शन के लिए नहीं आ सकते हैं। मृत्यु के एक साल बाद मंदिर में दर्शन करने की परंपरा है। श्रद्धालु मंदिर परिसर में स्थापित विशेष मंडप से देवी के दर्शन कर सकते हैं। दिवाली के दिन मां कामाक्षी के दर्शनों से सुख-समृद्धि और सौभाग्य प्राप्त होने की मान्यता है।