Chanakya Niti: संकट के समय चाणक्य की तीन बातें, जो बदल सकती हैं आपकी तक़दीर
punjabkesari.in Tuesday, Mar 11, 2025 - 11:07 AM (IST)

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Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य का योगदान केवल राजनीतिक रणनीतियों तक सीमित नहीं था, बल्कि उन्होंने जीवन के विभिन्न पहलुओं पर भी गहरी नीतियां दीं। चाणक्य की नीतियां आज भी अत्यधिक प्रासंगिक हैं और हमें जीवन की कठिनाइयों से जूझने का साहस और तरीका सिखाती हैं। संकट के समय में चाणक्य की तीन बातें विशेष रूप से हमें अपने जीवन को सही दिशा में मोड़ने की प्रेरणा देती हैं, और ये बातें हमारी तक़दीर को बदल सकती हैं।
समय का सही उपयोग करें
चाणक्य ने समय की महत्ता को हमेशा माना और कहा कि समय का सही उपयोग ही सफलता का मार्ग है। संकट के समय हम अक्सर मानसिक दबाव और परेशानी में फंसे रहते हैं और अक्सर बिना सोचे-समझे फैसले ले लेते हैं। चाणक्य का कहना था कि हमें हर परिस्थिति में शांत और संयमित रहकर अपने समय का सही उपयोग करना चाहिए। चाणक्य ने समय के महत्व को इस तरह से समझाया: "समय का मूल्य तभी समझ में आता है, जब समय हाथ से निकल जाता है।
इस बात का मतलब है कि समय की बर्बादी से कोई भी इंसान कभी भी कुछ प्राप्त नहीं कर सकता। संकट के समय में, यदि हम समय का सही उपयोग करें, तो बड़ी से बड़ी समस्या का समाधान ढूंढ सकते हैं। जब हम परेशान होते हैं या किसी मुश्किल में होते हैं, तो सबसे पहले हमें अपने समय का सही तरीके से प्रबंधन करना चाहिए। उदाहरण के लिए, अगर आपको किसी बड़े निर्णय पर विचार करना है तो पहले स्थिति का विश्लेषण करें, समय लें और शांत मन से सोचें। किसी भी निर्णय को तुरंत न लें। इससे न केवल आपके तनाव में कमी आएगी, बल्कि आपको सही दिशा में निर्णय लेने में मदद मिलेगी।
धैर्य और साहस बनाए रखें
संकट के समय में, धैर्य और साहस होना अत्यंत आवश्यक है। चाणक्य का मानना था कि "जिसके पास धैर्य और साहस है, वह किसी भी मुश्किल से बाहर निकल सकता है। इस नीति के अनुसार हमें संकट के समय धैर्य से काम लेना चाहिए और साहस से किसी भी चुनौती का सामना करना चाहिए। चाणक्य ने यह भी कहा था कि जैसे समुद्र की लहरें बड़ी होती हैं, वैसे ही हमारे जीवन में भी मुश्किलें आती हैं। परंतु जो व्यक्ति अपने धैर्य को बनाए रखता है, वह उन लहरों को पार कर सकता है। इसका मतलब है कि जीवन में आने वाली परेशानियां अस्थायी होती हैं लेकिन यदि हम धैर्य बनाए रखते हैं, तो हम उन्हें आसानी से पार कर सकते हैं।
विपरीत परिस्थितियों में भी अवसर खोजें
चाणक्य की नीतियों में एक महत्वपूर्ण बात यह है कि संकट के समय हमें केवल मुश्किलें ही नहीं, बल्कि अवसर भी मिलते हैं। चाणक्य ने कहा, जहां संकट है, वहां अवसर भी छिपा होता है। जब हम किसी समस्या से जूझ रहे होते हैं, तो यह हमें अपने आत्मबल और क्षमताओं को पहचानने का मौका देता है। हम अक्सर यह मानते हैं कि संकट के समय हम केवल हार सकते हैं लेकिन चाणक्य का कहना था कि हर कठिनाई के अंदर एक अवसर भी छिपा होता है। जैसे किसी गहरे अंधेरे में एक छोटी सी रौशनी दिखाई देती है, वैसे ही कठिनाई में हमें अपनी सफलता की एक छोटी सी किरण मिल सकती है।
चाणक्य की यह नीति हमें यह सिखाती है कि हमें अपनी कठिनाइयों में निरंतर अवसरों की तलाश करनी चाहिए। अगर हम यह सोचें कि संकट में भी हम कुछ नया सीख सकते हैं या कोई नया तरीका अपना सकते हैं, तो यह हमें उस संकट से बाहर निकालने में मदद करेगा।