इन बातों को अपनाने से, नहीं मिलेगी Life में हार

punjabkesari.in Friday, Jul 19, 2019 - 11:52 AM (IST)

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भर्तृहरि, जोकि संस्कृत के महान कवि के रूप में जाने जाते हैं और उसी के साथ ही वह एक प्रसिद्ध नीतिकार के रूप में भी प्रसिद्ध हैं। इनके जीवन में एक समय ऐसा आया था कि इन्होंने सब चीज़ों का त्याग करके तपस्या करने के लिए वन में चला गया था। अपने जीवनकाल में इन्होंने कई नीतियां लिखी, जिसे अगर व्यक्ति अपने जीवन में उतारता है तो उसका जीवन सफल हो जाता है। आज हम आपको उनकी नीतियों में से कुछ ऐसी जानकारी देने जा रहे हैं, जो आपके जीवन की दिशा सुधार सकता है।  
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भर्तृहरि कहते हैं कि भगवान ने मूर्खों को चुप रहने का एक ऐसा वरदान दिया है। जिससे वह समाज में अपनी इज्जत को छुपाकर बच सकते हैं। यह मूर्खों के लिए किसी सुरक्षा कवच से कम नहीं होता है। इसलिए कहा जाता है कि व्यक्ति को उस जगह कभी नहीं बोलना चाहिए या अपनी राय नहीं देनी चाहिए, जहां उससे कुछ पूछा न जाए।  

कहते हैं कि अगर कोई व्यक्ति प्रयास करे तो रेत से भी जल निकाला जा सकता है। यहां तक कि आप इस दुनिया में सींघ वाले खरगोश को भी विचरन करते देख सकते हैं लेकिन एक मूर्ख को ज्ञान की बात बताना और समझाना मुश्किल है। इसलिए मूर्ख व्यक्ति के साथ अपना समय बर्बाद न करें, यानि कि उसे किसी चीज़ के लिए समझाने की बजाए, आप अपना समय किसी सही जगह पर लगाएं। 
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धन खर्च करने की तीन गतियां होती हैं- दान, भोग और नाश। लेकिन अगर कोई व्यक्ति न तो धन का दान करता है और न तो उसका भोग करता है फिर उसकी तीसरी गति से कोई नहीं रोक सकता है। यानि कि उसका नाश होना तय होता है। 

भर्तृहरि का कहना था कि सफल और खुश राजा वहीं होता है जो अपने प्रजा की खुशी के बारे में हमेशा सोचता है। जिस दिन वह अपनी प्रजा के बारे में सोचना बंद करता है, उस दिन से उसका बुरा वक्त शुरू हो जाता है।


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Lata

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