हर बहन को रहता है इस मंदिर के खुलने का इंतज़ार, जानें कहां है ये?

punjabkesari.in Wednesday, Aug 14, 2019 - 11:36 AM (IST)

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सावन का महीना 15 अगस्त, पूर्णिमा के दिन यानि कल खत्म हो रहा है। कहते हैं ये महीना अपने साथ कई त्यौहार लेकर आते हैं जो इसके आख़िर तक चलते हैं। प्रत्येक वर्ष  श्रावण के आख़िरी दिन रक्षा बंधन का त्यौहार मनाया जाता है। जिसका हर भाई-बहन को इंतज़ार रहता है। हालांकि देश की कई जगहों पर भगवान को राख बांधन का भी रिवाज़ है। हिंदू धर्म में इस त्यौहार को बेहद खास माना जाता है क्योंकि इसका शास्त्रों में इससे जुड़ी कुछ पौराणिक कथाएं वर्णित है।
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हमारे देश में हर दिन-त्यौहार से जुड़े मंदिर व धार्मिक स्थल है। और अपनी इस वेबसाइट्य के माध्यम से हम आपको इनके बारे में बताते आएं हैं। तो भला आज हम अपनी इस कड़ी को कैसे तोड़ सकते हैं। आज हम आपको ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं जो केवल साल के एक दिन खुलता है और वो दिन है रक्षा बंधन का दिन।

बता दें जिस मंदिर की हम बात कर रहे हैं वो भगवान विष्णु को समर्पित है। इस त्यौहार का बहुत महत्व है। अब ज़ाहिर सी बात है इस बात का हिसाब इसी से लगाया जा सकता है कि बद्रीनाथ का ये खास विष्णु मंदिर के कपाट मात्र राखी वाले दिन के लिए खोले जाते हैं। पूरे साल बंद रहने वाला इस मंदिर के कपाट राखी की सुबह खुलते हैं। शाम को सूरज ढलने से पहले तक यहां पूजा अर्चना की जाती है, इसके बाद फिर से ये मंदिर बंद हो जाता है। लोक मान्यता के मुताबिक इस मंदिर को बंसी नारायण मंदिर के नाम से जाना जाता है। 
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बता दें इस साल रक्षाबंधन का यह त्यौहार 15 अगस्त को है। इस दिन मंदिर का कपाट खुलेगा और फिर पूजा-अर्चना के बाद शाम को बंद हो जाएगा। लोग दूर-दर से इस मंदिर के दर्शन करने आते हैं। कुछ पर बहनें यहां भगवान के दर्शन करने के बाद ही अपने भाइयों को राखी बांधती हैं। अगर पौराणिक मान्यताओं की मानें तो पांडवों के वनवास के दौरान इस मंदिर का निर्माण हुआ था।
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Jyoti

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