बाबा सोढल का मेला 5 को, पहुंचने लगे श्रद्धालु

punjabkesari.in Friday, Sep 01, 2017 - 08:27 AM (IST)

श्री सिद्ध बाबा सोढल जी का ऐतिहासिक मेला 5 सितम्बर को (अनन्त चौदस वाले दिन) होगा। चड्ढा और आनन्द बिरादरी के अलावा अन्य लोग भी अनन्त चौदस वाले दिन बाबा जी का टोपा (प्रसाद) चढ़ाते हैं और खेत्री बाबा जी को अर्पित करते हैं। अब इस दरबार से सभी धर्म-समुदायों की आस्था भी जुड़ चुकी है। 


यह जानकारी देते हुए श्री सिद्ध बाबा सोढल सुधार सभा के प्रधान एवं चड्ढा बिरादरी के फाऊंडर व श्री सिद्ध बाबा सोढल ट्रस्ट के आर्गेनाइजिंग सचिव आज्ञापाल चड्ढा, श्री सिद्ध बाबा सोढल सुधार सभा के उप चेयरमैन व समाज सेवक सतनाम बिट्टा, चड्ढा बिरादरी के प्रधान पंकज चड्ढा ने बताया कि बाबा सोढल चड्ढा बिरादरी का पोता तथा आनन्द बिरादरी का दोहता माना जाता है। इसी कारण विशेष तौर पर दोनों बिरादरी के लोगों द्वारा अष्टमी वाले दिन बाबा जी के नाम बीजी गई खेत्री अनन्त चौदस वाले दिन बड़ी आस्थापूर्वक बाबा जी के दरबार में चढ़ाई जाती है। 


उन्होंने बताया कि अब यह मेला लगभग 10 दिन का हो चुका है। बाबा जी के श्रद्धालु अभी से ही दर्शन-दीदार करने के लिए बाबा जी के दरबार में पहुंचने शुरू हो गए हैं। उन्होंने समूह शहर वासियों से अनन्त चौदस वाले दिन अपने-अपने घरों में दीप माला करने व बाबा जी का आशीर्वाद प्राप्त करने की अपील की। उन्होंने सोढल मेले के दौरान शराब व मीट की दुकानें भी बंद रखने की अपील की।


लगने लगे झूले व सजने लगी दुकानें
मेले दौरान श्रद्धालुओं के मनोरंजन हेतु  जहां कई साधन उपलब्ध होते हैं वहीं विभिन्न स्थानों से अपनी रोजी-रोटी कमाने के लिए पहुंचने वालों द्वारा दुकानें भी सजाई जाती हैं। अत: सोढल के आस-पास कई जगह झूले भी सजाए जा रहे हैं तथा आसपास दुकानें भी सजने  लग पड़ी हैं। बाबा जी के दरबार को भी सजाया जा रहा है। आज्ञापाल चड्ढा ने शहर वासियों से अपील की कि चड्ढा बिरादरी केवल एक ही है, जबकि कई मौकाप्रस्त लोग फर्जी चड्ढा बिरादरी बना कर लोगों से दान इकट्ठा कर रहे हैं। अत: जिस किसी ने बाबा जी की सेवा हेतु दान देना हो वह चड्ढा बिरादरी के प्रधान पंकज चड्ढा से ही सम्पर्क करे। 


श्री सिद्ध बाबा सोढल सुधार सभा करती है मेले वाले दिन सम्मान समारोह
श्री सिद्ध बाबा सोढल सुधार सभा, चड्ढा बिरादरी व ट्रस्ट के पदाधिकारियों आज्ञापाल चड्ढा, उपचेयरमैन सतनाम बिट्टा व चड्ढा बिरादरी के प्रधान पंकज चड्ढा, महासचिव चरणजीत चन्नी की देख-रेख में अनन्त चौदस वाले दिन मंदिर परिसर में धार्मिक आयोजन करवाया जाता है, जोकि इस बार 5 सितम्बर को होगा। कार्यक्रम का शुभारंभ सुबह 11 बजे हवन यज्ञ से किया जाएगा। हवन यज्ञ उपरान्त फलों का लंगर  लगाया जाता है व 1100 नारियल संगत में बांटे जाते हैं। इसके लिए लगाए गए धार्मिक एवं स्वागती मंच पर कम से कम 500 के करीब धार्मिक, सामाजिक एवं राजनीतिक संस्थाओं के गण्यमान्यों को श्री सिद्ध बाबा सोढल जी के आवार्डों से सम्मानित भी किया जाएगा । साथ में अटूट लंगर भी लगाया जाएगा।


लंगर लगाने वाली संस्थाओं ने टैंट लगाने किए शुरू 
मेले के दौरान संगत के लिए विभिन्न प्रकार के लंगर- छबीलें लगाने, धार्मिक कार्यक्रम करवाने वाली विभिन्न धार्मिक, सामाजिक संस्थाओं द्वारा भी अपने-अपने स्थानों में टैंट आदि लगाने शुरू किए जा चुके हैं।


पुलिस प्रशासन भी हुआ सक्रिय 
मेले में लोगों की बढ़ती संख्या देखते हुए पुलिस प्रशासन भी सक्रिय हो चुका है। प्रबंधों का जायजा लेने के लिए पुलिस उच्चाधिकारियों व अधिकारियों द्वारा मंदिर परिसर का दौरा किया जा रहा है। पुलिसकर्मी लगातार मंदिर परिसर व आसपास क्षेत्रों में सतर्कता से अपनी ड्यूटियां निभा रहे हैं ताकि कोई शरारती तत्व अशांति फैलाने में कामयाब न हो सके। बाबा जी के दर्शनार्थ आने-जाने वाले श्रद्धालुओं हेतु अलग-अलग रास्ते बनाए गए हैं।


‘मेले के दौरान जल, बिजली की सप्लाई निर्विघ्न जारी रखी जाए’
प्रबंधकों ने जिला एवं नगर निगम प्रशासन से अपील की कि मेले के दौरान जल, बिजली की सप्लाई निर्विघ्न जारी रखी जाए। मेले वाले दिनों में सीवरेज प्रणाली व सफाई व्यवस्था भी मजबूत रहनी चाहिए ताकि पैदल चलने वालों को कोई परेशानी पेश न आए। मेला क्षेत्र की सड़कों, गलियों की मुरम्मत भी करवाई जाए।


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