Amarnath Gufa: अमरनाथ यात्रा में नकद दान ने छुए करोड़ों के आंकड़े, कोविड के बाद दान 100 गुना बढ़ा

punjabkesari.in Sunday, Oct 05, 2025 - 08:20 AM (IST)

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जम्मू (एजैंसी) : कोविड महामारी के प्रतिबंध खत्म होने के बाद फिर से शुरू हुई वार्षिक अमरनाथ यात्रा ने श्रद्धा और भक्ति के नए रिकॉर्ड बना दिए हैं। बाबा बर्फानी की पवित्र गुफा में श्रद्धालुओं द्वारा किया गया नकद दान अब 100 गुना तक बढ़ चुका है। श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) के आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, कोविड के बाद से नकद चढ़ावे में भारी उछाल दर्ज किया गया है।

 जम्मू के आरटीआई कार्यकर्ता रमन कुमार शर्मा द्वारा दायर एक सूचना के अधिकार (आरटीआई) आवेदन के जवाब में बोर्ड ने बताया कि वर्ष 2020-21 में जहां नकद दान केवल 9.23 लाख रुपये था, वहीं वर्ष 2025-26 में यह बढ़कर 9.75 करोड़ रुपए पहुंच गया है। सबसे अधिक नकद चढ़ावा वर्ष 2024-25 में 11.58 करोड़ रुपये प्राप्त हुआ, जबकि 2023-24 में यह 11.15 करोड़ रुपए था। 

सिर्फ नकद ही नहीं, तीर्थयात्रियों से मिलने वाले पंजीकरण शुल्क में भी अभूतपूर्व बढ़ोतरी हुई है। यह राशि 2020-21 और 2021-22 में जहां केवल ₹12 हजार थी, वहीं 2022-23 में यह ₹4 करोड़, 2023-24 में ₹5.56 करोड़, 2024-25 में ₹5.35 करोड़ और 2025-26 में ₹7.71 करोड़ रुपए हो गई। हालांकि, श्राइन बोर्ड ने अपने जवाब में नकद दान, ऑनलाइन चढ़ावे और पंजीकरण शुल्क के विस्तृत आंकड़े तो दिए हैं, लेकिन सोना, चांदी, आभूषण या अन्य कीमती रत्नों के बारे में कोई जानकारी साझा नहीं की गई है। दक्षिण कश्मीर में 3,880 मीटर की ऊंचाई पर स्थित यह पवित्र गुफा मंदिर प्राकृतिक रूप से बने बर्फ के शिवलिंग के कारण प्रसिद्ध है। 

ऑनलाइन दान में गिरावट
महामारी के दौरान बढ़े ऑनलाइन दान में अब गिरावट दर्ज की गई है। बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार, ऑनलाइन माध्यम से प्राप्त दान 2020-21 में ₹77.09 लाख, 2021-22 में ₹1.46 करोड़, 2022-23 में ₹2.39 करोड़, 2023-24 में ₹1.55 करोड़, 2024-25 में ₹1.89 करोड़ और 2025-26 में घटकर ₹80.64 लाख रुपए रह गया है। अधिकारियों के अनुसार, नकद दान और पंजीकरण शुल्क में यह बढ़ोतरी कोविड प्रतिबंधों के बाद यात्रा के पूरी तरह शुरू होने, बेहतर बुनियादी ढांचे और बढ़ती तीर्थयात्री संख्या का परिणाम है।

श्रद्धालुओं की संख्या में भी लगातार वृद्धि
कोविड प्रतिबंध हटने के बाद वर्ष 2022 में अमरनाथ यात्रा में करीब 3 लाख श्रद्धालु शामिल हुए थे। इसके बाद 2023 में यह संख्या बढ़कर 4.5 लाख, 2024 में 5.1 लाख और इस वर्ष 4.1 लाख रही। 
वर्ष 2025 में यात्रा 3 जुलाई से शुरू हुई थी, लेकिन मार्गों की मरम्मत के कारण इसे एक सप्ताह पहले समाप्त करना पड़ा। 

दान और पंजीकरण से बोर्ड की आय में रिकॉर्ड बढ़ोतरी
एस.ए.ए.सबी के मुख्य लेखा अधिकारी द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, गुफा मंदिर को नकद दान के रूप में प्राप्त राशि इस प्रकार रही-
2020-21     ₹9.23 लाख
2021-22     12.29 लाख
2022-23     ₹9.14 करोड़
2023-24     ₹11.16 करोड़
2024-25     11.59 करोड़
2025-26    ₹9.75 करोड़ 

 


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Content Editor

Prachi Sharma

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