Ahoi Ashtami: शुभ मुहूर्त के साथ जानें, कब रखें संतान रक्षा का व्रत अहोई अष्टमी

punjabkesari.in Thursday, Nov 02, 2023 - 08:25 AM (IST)

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Ahoi Ashtami 2023: अहोई अष्टमी का व्रत कार्तिक कृष्ण पक्ष की आठवीं तिथि को किया जाता है। उत्तर भारत के सभी क्षेत्रों में यह पर्व धूमधाम से मनाया जाता है। इस पर्व को परिवार के सुखमय जीवन से भी जुड़ा हुआ माना जाता है। इस दिन माताएं अपने बच्चों की रक्षा के लिए पूरा दिन व्रत करती हैं और शाम को दीवार पर छाप कर अहोई माता की पूजा करतीं तथा कथा सुनती हैं। अहोई माता की मूर्ति में संसार संजोया दिखाया जाता है। महिलाएं पूरे दिन व्रत रखकर रात्रि में तारे को अर्घ्य देकर अपने व्रत का समापन करती हैं। 

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संतान की उन्नति, प्रगति, सुख-समृद्धि और पति की लम्बी आयु के लिए महिलाएं अहोई माता का व्रत करती हैं। यह व्रत हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को पुत्रवती स्त्रियां करती हैं। अष्टमी को किया जाने वाला यह व्रत अहोई आठे अथवा अगहन अष्टमी के रूप में भी प्रसिद्ध है।

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करवाचौथ के बाद दीपावली से एक सप्ताह पहले अहोई माता का व्रत होता है। कुछ परिवारों में यह व्रत सप्तमी को करने का भी विधान है जबकि कुछ लोग अष्टमी को ही अहोई माता का व्रत करते हैं। अष्टमी का व्रत 5 नवंबर को होगा।

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Ahoi Ashtami Puja Muhurat अहोई अष्टमी पूजा मुहूर्त- 05:32 पी एम से 06:51 पी.एम

Duration अवधि - 1 घण्टा 19 मिनट

Ahoi ashtami taro ka arag dene ka samay तारों को अर्घ्य देने का समय-  05:57 पी.एम

Moonrise time on Ahoi Ashtami अहोई अष्टमी को चंद्रोदय का समय- 12:00 पी.एम

Ahoi Ashtami Tithi starts अष्टमी तिथि प्रारम्भ- 5 नवम्बर 2023 को 12:59 ए.एम बजे

Ahoi Ashtami Tithi ends अष्टमी तिथि समाप्त- 6 नवम्बर 2023 को 03:18 ए.एम बजे

Govardhan Radha Kund snan muhurat गोवर्धन राधा कुंड स्नान मुहूर्त- रविवार 5 नवम्बर, 2023

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Content Writer

Niyati Bhandari

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