Money Astrology: पैसा आता है पर टिकता नहीं ? जानिए ग्रहों का असर
punjabkesari.in Thursday, Dec 04, 2025 - 02:11 PM (IST)
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Money Astrology: जब भी किसी इंसान के मन में ये एक सवाल आता है कि उसको अपने जीवन में मान-सम्मान, इज्जत कितनी मिलेगी तो उसको पहले इस बात का जवाब जानना चाहिए कि उसकी अर्निंग कैपेसिटी कितनी है? किसी भी इंसान की पैसा कमाने की क्षमता सीधे-सीधे डिसाइड करती है कि उसको जीवन में इज्जत मान सम्मान कितना मिलेगा। आप किसी परिवार में भी देख लीजिए कि एक परिवार में दो मेंबर हैं जिनकी आयु ऑलमोस्ट आगे पीछे ही है। लेकिन उनकी अर्निंग कैपेसिटी उनके पैसा कमाने की क्षमता वो घर में पैसा कितना कमा के ला रहे हैं ये डिसाइड करता है कि उसको घर में इज्जत कितनी मिलती है। लोग कहते हैं कि जब कोई आपसे पूछे कि आप क्या करते हैं ? तो दरअसल वह यह अंदाजा लगा रहा होता है कि आपको इज्जत कितनी देनी है। आपकी जो अर्निंग कैपेसिटी है यह आपकी कुंडली के अनुसार ही डिसाइड होती है। आपका बर्थ चार्ट बताता है कि आप अपने जीवन में कितना धन कब-कब कमाएंगे। आपका बर्थ चार्ट बताता है कि कब-कब आपके जीवन में ऐसा माहौल आएगा कि आपका पैसा कमाने की क्षमता का हास होगा।

आपकी पैसा कमाने की क्षमता सीधे-सीधे आपकी कुंडली के सेकंड हाउस से देखी जाती है। यूं तो 11वां घर जो होता है कुंडली का यह होता है आपकी इनकम का लेकिन वो इनकम आप कितनी लेके आएंगे, कितना अपने जीवन में पैसा संचय कर पाएंगे ? यह आपके बर्थ चार्ट का जो दूसरा भाव है, यह बताता है। पहला आपकी कुंडली का दूसरा भाव। दूसरे आपकी कुंडली में जो वृष राशि जिसके आगे दो लिखा होता है वो कहां पे बैठी हुई है और तीसरे आपकी कुंडली के जुपिटर यानी बृहस्पति। यह तीन ऐसे फैक्टर हैं जो मिलके आपकी अर्निंग कैपेसिटी को डिसाइड करते हैं। बुध आपको सिखाते हैं लेकिन वह सीखे हुए को पैसे में कन्वर्ट कैसे करना है यह जुपिटर बताते हैं। तो आपकी कुंडली में वृष राशि में सपोज़ करिए राहु बैठ गया। आपकी कुंडली के दूसरे भाव में शनि बैठ गया है, ये आपकी अर्निंग कैपेसिटी को कम कर देंगे।
ऐसा इंसान क्या सोचता है कि मैं ज्यादा कमा ही नहीं सकता। ऐसे लोग आपने देखे होंगे या कई लोग ऐसे देखे होंगे जो ज्यादा मेहनत नहीं करना चाहते हैं जो चाहते हैं कि एकदम से एक लॉटरी का टिकट डालें या कोई से जुआ सट्टा लग जाए या आई.पी.एल में हमारा कुछ न कुछ ऐसी शर्तें वर्तें लगा के चीजें आ जाए कि जिससे हमारे जीवन में एकदम से पैसे का इनफ्लो आ जाए। ये वो लोग होते हैं कि जिनकी कुंडलियों में वृष राशि में और सेकंड हाउस में राहु या शनि जैसे प्लनेट्स का ज्यादा योगदान होता है। या तो दरिद्रता वाली सोच या एकदम से आसान ईजी मनी लाने वाली सोच।
ऐसे लोगों से मेहनत जितनी भी करवाई जाती है न मेहनत करने के एक हफ्ता बाद यह लोग कहेंगे मेरे से मेहनत नहीं हो पाती है। धन के प्रवाह को बढ़ाने के लिए घर में कच्ची जमीन जरूर रखें। आजकल अपार्टमेंट सिस्टम है कहां ही घर में कच्ची जमीन होगी। तो गमले में कच्ची मिट्टी डाल के बिना पौधे के घर में जरूर रखिए। इससे आपके घर में आपके सेकंड हाउस यानी धन स्थान की ऊर्जा जो है वो बेहतर होती है और आपके जीवन में ऐसा घटनाक्रम जो है वो आना शुरू होता है जिससे कि आप अपनी अर्निंग कैपेसिटी को बढ़ा सकें और दूसरे अपनी वृष राशि कुंडली में जहां पर भी है वृष राशि को सही रखने के लिए तीन चीजों का ज्यादा केयर करनी है आपने। पहली अपनी वाणी को सही रखिए, गाली-गलौच मत करिए और किसी का बुरा मत बोलिए। दूसरा अपने खानपान को डिसिप्लिन रखिए। जहां तक संभव हो पाए आप नॉनवेज लेकर को अवॉइड करिए और तीसरा सबसे जरूरी चीज अपने परिवार से मिलजुल के रहिए। अपने परिवार के साथ क्वालिटी टाइम बिताए।

आपके कुटुंब में कोई इंसान स्ट्रगल मोड में है तो उसको जीवन में चांस दीजिए। उसके लिए जीवन में पहले कुछ करिए फिर किसी और के लिए कुछ करिए। यानी कि आपकी वृष राशि एक तरह से परिवार के प्रति आपका पेंडिंग कर्मा है। इसको सही करेंगे तो आपके खाली पर्स का इलाज अपने आप हो जाएगा। इस बात को लिख के रख लीजिए। अब इसके अलावा मां भगवती की उपासना, मां शक्ति की उपासना, मां शक्ति के लक्ष्मी स्वरूप की उपासना यह आपके लिए बहुत ज्यादा कहा गया एक उपाय है।
अमावस वाले दिन आपको मां लक्ष्मी के किसी एक मंत्र का 108 बार जप करना है। खासतौर पर गाय के घी की ज्योत जलाने के बाद और वो भी अमावस की रात को। यह खाली पर्स का एक अन्य इलाज है। बृहस्पति आपको बुद्धि देते हैं जो बुद्धि आपको अपने गुणों को अपने लिए यूज़ करना सिखाती है। जिसको हम विजडम बोलते हैं वो बृहस्पति देते हैं। जिनके बृहस्पति कमजोर होते हैं उनको नॉलेज सारी होती है। कोई इनसे सलाह लेने आ जाए तो ऐसी सलाह निकलेगी कि सामने वाला इंसान धन्य हो जाएगा लेकिन दिए तले अंधेरा। यानी लोगों को बांटेंगे लेकिन खुद के लिए कुछ नहीं करेंगे। ऐसे वो लोग हैं कि जो केवल सलाह देने के लिए ही बने हैं। अपने लिए कुछ नहीं करेंगे। खराब बृहस्पति वाले जो लोग हैं इनकी लाइफ में बहुत बड़ा एक सिम्टम क्या होता है कि इनके जीवन में जो चीजें खराब होती है वो लोगों के द्वारा होती हैं। आपका व्यापार बहुत अच्छा चल रहा है लेकिन आपके बृहस्पति की दशा अंतरर्दशा आ गई या बृहस्पति गोचर में चलते-चलते आपके छठे आठवें या 12वें भाव में आ गए। अब क्या होगा कि आपके जीवन में लोगों के द्वारा मुसीबतें आएंगी ? आपके सलाहकार गलत हो जाएंगे। पुराने लोगों से आपकी बिगड़नी शुरू हो जाएगी। आपके लाइफ में कुछ ऐसे लड़ाई- झगड़े या विवाद होने शुरू हो जाएंगे। ये चीज आपको बहुत ज्यादा होनी शुरू हो जाएगी। आपके खुद के अंदर भी इस तरह से एक एप्रोच आनी शुरू हो जाएगी कि आप बिना बात के ही पेशेंस की कमी की वजह से लोगों से लड़ना शुरू हो जाएंगे।

इस बृहस्पति का एक अन्य इलाज है नियम बनाना। कहते हैं नियम यम से बचाता है। तो आपको एक कोई न कोई नियम बना के चलना है अपने धार्मिकता के अकॉर्डिंग। यानी के आप सप्ताह में किसी एक दिन मंदिर जाइए। आप कोई एक अपना धार्मिक रिचुअल अपना लीजिए। उसको करना ही करना है।
अगर आपकी जेब खाली है, अगर आपको लगता है कि धन का स्ट्रगल खत्म क्यों नहीं हो रहा है, तो जितनी आपकी पॉकेट अफोर्ड करती है उतना आपको डोनेशन देना है। यह डोनेशन भोजन का हो सकता है, रोटी का हो सकता है या कपड़े का हो सकता है या किसी ना किसी तरह से किसी गरीब को किसी न किसी तरह के काम करने में सहायता देने का हो सकता है। यह अपनी पॉकेट के अनुसार करिए। इसको भी जीवन का एक रिचुअल बना के रखिए। आप जो दोगे ना यह बूमरैंक की तरह आपके पास वापस आएगा। आप लोगों को कुछ अच्छा दोगे, यह कई गुना होकर आपके पास वापस आएगा। यह कुदरत का उसूल है लेकिन पैसे के इलाज में इससे रामबाण इलाज कोई नहीं है और सबसे बड़ा इलाज है भगवान हनुमान जी की उपासना।
भगवान हनुमान जी की उपासना यानी रोज हनुमान चालीसा बड़े मन से बड़े वेग से पढ़ना। यह आपको आपकी खोई हुई शक्तियां याद दिलाता है। भगवान हनुमान के आशीर्वाद से। आपके अंदर सारी वो शक्तियां हैं जो आपको एक्सेल करवा सकती हैं जो आपको किसी भी मुसीबत से निकाल सकती हैं। आपको बाहर से किसी इंसान की जरूरत नहीं है। आपको बाहर से किसी कृपा की जरूरत नहीं है। सारी कृपा आपके अंदर छिपी हुई है और ये सारी कृपा मिलेगी भगवान हनुमान जी की उपासना करने से।
