भगवान शिव और देवी पार्वती के गुप्त वार्तालाप से जानें, अपना भूत, भविष्य और वर्तमान
punjabkesari.in Sunday, Nov 15, 2015 - 11:45 AM (IST)

आपको जानकर हैरानी होगी की आप भगवान शिव और देवी पार्वती के गुप्त वार्तालाप के माध्यम से अपना भूत, भविष्य और वर्तमान जान सकते हैं। दक्षिण भारत में प्रसिद्ध ज्योतिष विद्या है जिसे नंदी नाड़ी ज्योतिष के नाम से जाना जाता है। जिसमें आज से हजारों लाखों साल पहले ही सब कुछ लिख दिया गया था।
जब जिज्ञासु व्यक्ति अपने जीवन से संबंधित कोई भी घटना अथवा किसी परेशानी का हल ढूढने के लिए ज्योतिषशास्त्री के पास जाते हैं तो पुरूष के दाएं हाथ के अंगूठे का और महिला से बाएं हाथ के अंगूठे का छाप लिया जाता है। फिर ज्योतिषी को नाम का पहला अक्षर और अंतिम अक्षर बताना होता है। ताडपत्र से व्यक्ति द्वारा दी गई जानकारी का मिलान किया जाता है। जब जानकारी और ताड़पत्र दोनों मिल जाते हैं तो व्यक्ति की पत्नी, पति, माता-पिता का नाम, बच्चों के नाम, बच्चों की संख्या और उनकी संपूर्ण जानकारी उसमें लिखी देखी जा सकती है।
कहते हैं कि जीवन में व्यक्ति को जो समस्याएं आ रही होती हैं उन सभी का कारण पूर्व जन्म में किए गए कर्म होते हैं। ज्योतिषचार्य कुछ उपाय करने का सुझाव देते हैं। उन्हें श्रद्घा और आस्था से करने पर पूर्व कर्मों का फल खत्म हो जाता है और व्यक्ति को सभी दुखों और संतापों से मुक्ति मिल जाती है।
जानिए इस ज्योतिष विद्या की कहानी
देवी पार्वती ने भगवान शिव से पूछा,"सृष्टि के अंत तक धरती पर मानव जीवन कैसा होगा और वह कैसे कर्म करेंगे?"
भगवान शिव इस बात का उत्तर नहीं देना चाहते थे इसलिए वह उन्हें टालने का प्रयास करने लगे लेकिन जब देवी पार्वती जिद पर अड़ गई तो भगवान शिव ने उन्हें धरतीवासियों का सारा वृतांत बता दिया। नंदी द्वार पर प्रहरी बने खड़े थे। उन्होंने दोनों की बातें सुन ली। सारी बातें नंदी ने ऋषियों को बताई। ऋषियों ने नंदी के कहे अनुसार सभी बातें ताड़पत्र पर लिख दी।