चाणक्य नीति: मानव कल्याण के लिए बनाया नियम-कानून ही है नीतिशास्त्र

punjabkesari.in Sunday, Jun 26, 2016 - 03:45 PM (IST)

आचार्य चाणक्य का जन्म आज से लगभग 2400 पर्ष पहले हुआ था। वह नालंदा विश्वविद्यालय के महान आचार्य थे। उनकी नीतियों का मुख्य विषय व्यक्ति के जीवन के प्रत्येक पक्ष का व्यावहारिक ज्ञान देना है। उनके द्वारा रचित ग्रंथ में जीवन-सिद्धांत, व्यवहार, आदर्श और यथार्थ के सुन्दर समन्वय के दर्शन होते हैं। चाणक्य के अनुसार  मानव कल्याण के लिए बनाए नियम-कानून ही नीतिशास्त्र होते है।

 

राज्यतन्त्रयत्त नीतिशास्त्रम्।

 

अर्थात: राज्यतंत्र को ही नीतिशास्त्र कहते हैं। 

 

राजा द्वारा निर्धारित किए गए नियम-कानून ही नीतिशास्त्र होते हैं, क्योंकि राजा अपनी प्रजा के कल्याण हेतु अपने योग्य मंत्रियों से विचार-विमर्श करके ही अपनी नीतियां बनाता है। 


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