वर्ल्ड बैंक की चेतावनी- ग्लोबल इकोनॉमी पर मंडरा रहा मंदी का खतरा

punjabkesari.in Sunday, Jan 08, 2023 - 06:25 PM (IST)

नई दिल्ली: दुनियाभर में बढ़ती महंगाई और इस पर काबू पाने के लिए ब्याज दरों में लगातार बढ़ौतरी होने से कई देशों में आर्थिक हालात बुरी तरह से खराब हो रहे हैं और वैश्विक आर्थिक मंदी का खतरा मंडराने लगा है। कई प्रसिद्ध अर्थशास्त्री और बड़ी संस्थाएं दुनिया में मंदी की आशंका जता चुकी हैं। अब वर्ल्ड बैंक (विश्व बैंक) ने भी इस पर चिंता जताई है और कहा कि कुछ प्रतिकूल कारण ग्लोबल इकोनॉमी को मंदी की ओर धकेल सकते हैं। विशेष रूप से आर्थिक रूप से कमजोर देशों पर इसका ज्यादा असर देखने को मिलेगा। द्वि-वार्षिक ‘वैश्विक आर्थिक संभावनाएं’ रिपोर्ट में विश्व बैंक ने यह चेतावनी दी है।

विश्व बैंक ने कहा कि इस साल वैश्विक विकास में तेजी से गिरावट आने की उम्मीद है, क्योंकि बढ़ती महंगाई, बिगड़ती वित्तीय स्थिति और यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के कारण दुनियाभर के सैंट्रल बैंक सख्त मौद्रिक नीतियां अपना रहे हैं और इसका असर इकोनॉमी पर देखने को मिल रहा है।

तेजी के साथ तत्काल कदम उठाने की जरुरत

विश्व बैंक ने कहा, “उभरते बाजारों और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं में इस तरह की मंदी के साथ-साथ लोन संकट के जोखिम को कम करने के लिए तत्काल वैश्विक और राष्ट्रीय प्रयासों को तेज करने की आवश्यकता है, जहां निवेश वृद्धि पिछले दो दशकों के औसत से नीचे रहने की उम्मीद है, इसलिए जरूरी है कि विकासशील देश के पॉलिसी मेकर यह सुनिश्चित करें कि मुद्रास्फीति की दर स्थिर रहे।

आई.एम.एफ. भी दे चुका है आर्थिक संकट की चेतावनी

इससे पहले अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आई.एम.एफ.) की प्रबंध निदेशक क्रिस्टालिना जॉर्जीवा ने 2023 की शुरूआत में चेतावनी देते हुए कहा था कि दुनिया एक मुश्किल वर्ष का सामना कर रही है, पिछले साल की तुलना में यह ज्यादा कठिन है। ग्लोबल इकोनॉमी का एक तिहाई हिस्सा मंदी की चपेट में होगा, क्योंकि अमरीका, यूरोपीय संघ और चीन की इकोनॉमी में धीमापन देखने को मिल रहा है और दुनिया की ये 3 बड़ी अर्थव्यवस्थाएं आने वाले समय में मुश्किल खड़ी कर सकती हैं। आई.एम.एफ. चीफ जॉर्जीवा ने कहा कि 40 वर्षों में पहली बार 2022 में चीन की ग्रोथ रेट वैश्विक वृद्धि के बराबर या उससे कम रहने की संभावना है। वहीं, आने वाले महीनों में कोरोना वायरस संक्रमणों का एक दौर चीन की अर्थव्यवस्था को प्रभावित कर सकता है।


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Content Writer

jyoti choudhary

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