Windfall tax: क्रूड पर फिर बढ़ा टैक्स, डीजल में हुई कटौती

punjabkesari.in Friday, Mar 01, 2024 - 12:53 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः कच्चे तेल पर विंडफॉल टैक्स में पहली मार्च से एक और बढ़ोतरी का ऐलान किया गया है। ये एक महीने में तीसरी बार है जब क्रूड पर टैक्स में बढ़ोतरी की गई है। हालांकि दूसरी तरफ डीजल पर पिछली बार लगाए गए टैक्स को मार्च की शुरुआत में वापस ले लिया गया है। एटीएफ और पेट्रोल पर विंडफॉल की शून्य दरें लागू रहेंगी। कच्चे तेल पर टैक्स में लगातार जारी बढ़त इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल में आई तेजी की वजह से है। कच्चा तेल फिलहाल काफी समय से 80 डॉलर प्रति बैरल के स्तर से ऊपर ही बना हुआ है।

सरकार के द्वारा जारी निर्देश के अनुसार कच्चे तेल पर विंडफॉल टैक्स को 3300 रुपए प्रति टन से बढ़ाकर 4600 रुपए प्रति टन कर दिया गया है यानि भाव में 1300 रुपए प्रति टन की बढ़ोतरी की गई है। वहीं फरवरी के मध्य में हुई पिछली समीक्षा में डीजल पर लगाए गए 1.5 रुपए प्रति लीटर के टैक्स को वापस ले लिया गया है। अब डीजल पर टैक्स की दरें शून्य पर आ गई हैं। एटीएफ और पेट्रोल पर दरें शून्य पर ही बनी हुई हैं।

इससे पहले फरवरी में सरकार ने क्रूड पर दो बार में 1800 रुपए प्रति टन बढ़ाया था। फरवरी के मध्य में 100 रुपए प्रति टन और फरवरी की शुरुआत में 1700 रुपए प्रति टन की बढ़त की गई थी यानि 3 बार में क्रूड पर विंडफॉल टैक्स में 3100 रुपए प्रति टन की बढ़ोतरी की गई है।

क्या है विंडफॉल टैक्स

भारत में सबसे पहले विंडफॉल टैक्स पहली जुलाई 2022 से लगाए गए थे। विंडफॉल टैक्स ऐसी स्थिति में किसी इंडस्ट्री पर लगाए जाते हैं जहां कंपनियों को अचानक ऊंचा मुनाफा हासिल होता है। विंडफॉल टैक्स आम टैक्स दरों के ऊपर और अतिरिक्त होता है। ये टैक्स इसलिए भी लगाया जाता है जिससे घरेलू सप्लाई पर असर न पड़े।

कच्चे तेल में बढ़त का असर

टैक्स में बढ़त क्रूड कीमतों में बढ़त की वजह से देखने को मिली है। फिलहाल ब्रेंट क्रूड के भाव लगातार 80 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर बने हुए हैं जो कि फरवरी की शुरुआत में 76 डॉलर प्रति बैरल के स्तर से भी नीचे आ गए थे। भाव में बढ़त को देखते हुए टैक्स में भी बढ़त की गई है।


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Content Writer

jyoti choudhary

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