Indian Banks: भारत के तीन बैंक करेंगे दुनिया में धमाका, सामने आई बड़ी भविष्यवाणी
punjabkesari.in Saturday, Nov 08, 2025 - 11:07 AM (IST)
बिजनेस डेस्कः देश के सबसे बड़े सार्वजनिक बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के चेयरमैन सी एस शेट्टी ने कहा कि आने वाले वर्षों में एसबीआई और निजी क्षेत्र के दो बड़े बैंक वर्ष 2030 तक बाजार पूंजीकरण के आधार पर दुनिया के शीर्ष-10 बैंकों में शामिल हो सकते हैं। उन्होंने बताया कि एसबीआई का बाजार पूंजीकरण अब 100 अरब डॉलर से ऊपर पहुंच चुका है। शेट्टी ने हालांकि निजी क्षेत्र के उन दो बैंकों के नाम नहीं बताए लेकिन उन्होंने कहा कि ये तीनों बैंक मजबूत वृद्धि की राह पर हैं।
HDFC और ICICI बैंक का स्थान
वर्तमान में निजी क्षेत्र का एचडीएफसी बैंक 15.11 लाख करोड़ रुपए के बाजार मूल्यांकन के साथ देश का सबसे मूल्यवान बैंक है। इसके बाद आईसीआईसीआई बैंक का मूल्यांकन 9.59 लाख करोड़ रुपए है। एसबीआई का बाजार पूंजीकरण फिलहाल 8.82 लाख करोड़ रुपए है। संपत्तियों के लिहाज से एसबीआई अभी भी भारत का सबसे बड़ा बैंक है और वैश्विक स्तर पर यह 43वें स्थान पर है। बैंक ने पहले ही 2030 तक दुनिया के शीर्ष-10 बैंकों में जगह बनाने का लक्ष्य तय किया है।
भारत को बड़े बैंकों की जरूरत
एसबीआई चेयरमैन का यह बयान ऐसे समय में आया है जब केंद्र सरकार बड़े वैश्विक स्तर के बैंक बनाने के लिए कई बैंकों के विलय पर जोर दे रही है। हाल ही में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था कि भारत को मजबूत और विश्वस्तरीय बैंकों की जरूरत है।
शेट्टी ने बताया कि 25,000 करोड़ रुपए की पूंजी जुटाने का उद्देश्य विस्तार नहीं बल्कि बैंकिंग उद्योग को यह भरोसा देना है कि एसबीआई की पूंजी स्थिति मजबूत है। उनके अनुसार, वर्ष के अंत तक बैंक का पूंजी पर्याप्तता अनुपात 15% से ऊपर रहेगा और टियर-1 पूंजी 12% के स्तर से अधिक बनाए रखने का लक्ष्य है। उन्होंने यह भी कहा कि इंजीनियरिंग स्नातकों में एसबीआई में नौकरी के प्रति बढ़ती रुचि से बैंक को नई तकनीक अपनाने और डिजिटल क्षमताओं को मजबूत करने में लाभ मिला है।
