भारत में पेटेंट दाखिल करने की संख्या पांच साल में दोगुनी हुई, अब देश विश्व में छठे स्थान पर

punjabkesari.in Tuesday, Nov 12, 2024 - 03:49 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः भारत में 2018 से 2023 के बीच पेटेंट और औद्योगिक दावों की संख्या दोगुनी हो गई है, जबकि ट्रेडमार्क पंजीकरण में 60% की वृद्धि देखी गई। इसके परिणामस्वरूप भारत अब पेटेंट दाखिल करने के मामले में विश्व में छठे स्थान पर पहुंच गया है, जहां 64,480 पेटेंट दाखिल किए गए हैं, जो 15.7% की वृद्धि दर्शाता है। यह वृद्धि मुख्य रूप से देश में हो रहे नवाचारों के कारण हुई है, जैसा कि वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने बताया।

भारत का बौद्धिक संपत्ति (IP) कार्यालय ट्रेडमार्क के मामले में वैश्विक स्तर पर दूसरे स्थान पर है। 2023 में कुल 3.2 मिलियन ट्रेडमार्क पंजीकरण किए गए हैं। इसके साथ ही भारत का पेटेंट-टू-GDP अनुपात पिछले दशक में 144 से बढ़कर 381 हो गया है, जो देश में बौद्धिक संपत्ति के महत्व को दर्शाता है।

वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने "WIPO Indicators 2024" रिपोर्ट के बारे में ट्वीट करते हुए कहा, “भारत एक वैश्विक नवाचार नेता बनकर उभरा है। पेटेंट, डिज़ाइन और ट्रेडमार्क दाखिल करने में भारत ने अद्वितीय वृद्धि दिखाई है।” उन्होंने आगे कहा, “मोदी सरकार ने पिछले एक दशक में नवाचार और बौद्धिक संपत्ति संरक्षण के लिए एक सशक्त पारिस्थितिकी तंत्र तैयार किया है, जो न केवल भारत की वैश्विक स्थिति को मजबूत करता है, बल्कि हमारे स्टार्टअप्स, उद्यमियों और शोधकर्ताओं के लिए नए अवसर भी पैदा करता है।”

WIPO की रिपोर्ट: भारत ने पेटेंट फाइलिंग में सबसे तेज़ वृद्धि दर्ज की

वैश्विक बौद्धिक संपत्ति संगठन (WIPO) ने अपनी वार्षिक "World Intellectual Property Indicators" रिपोर्ट में बताया कि भारत ने पेटेंट दाखिल करने में शीर्ष 20 देशों में सबसे तेज़ वृद्धि की। 2023 में पेटेंट फाइलिंग में 15.7% की वृद्धि दर्ज की गई है, जो पिछले पांच वर्षों से लगातार दोहरे अंकों में वृद्धि का संकेत है।

भारत अब ट्रेडमार्क में वैश्विक स्तर पर चौथे स्थान पर

भारत ट्रेडमार्क फाइलिंग में भी वैश्विक स्तर पर चौथे स्थान पर है। 2023 में इसमें 6.1% की वृद्धि हुई है, जिसमें लगभग 90% पंजीकरण भारतीय निवासियों के हैं। स्वास्थ्य, कृषि और वस्त्र उद्योग प्रमुख क्षेत्रों के रूप में उभरे हैं।

औद्योगिक डिज़ाइन में भारत की सफलता

इसके अलावा, भारत औद्योगिक डिज़ाइन पंजीकरण में 36.4% की वृद्धि के साथ वैश्विक स्तर पर 10वें स्थान पर पहुंच गया है। इसमें स्वास्थ्य, वस्त्र और सहायक उपकरण, उपकरण एवं मशीनें और फार्मास्युटिकल्स जैसे क्षेत्रों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, जो मिलकर आधे से अधिक डिज़ाइनों का प्रतिनिधित्व करते हैं। भारत की यह सफलता बौद्धिक संपत्ति के क्षेत्र में वैश्विक प्रतिस्पर्धा को प्रकट करती है और यह भारतीय नवाचार, शोध और उद्यमिता की ओर बढ़ते कदमों का एक प्रमाण है। 


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Content Writer

jyoti choudhary

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