टाटा मोटर्स की बोर्ड बैठक आज

punjabkesari.in Monday, Nov 14, 2016 - 02:00 PM (IST)

मुंबईः टाटा मोटर्स के निदेशक मंडल के स्वतंत्र निदेशक नुस्ली वाडिया टाटा मोटर्स की सोमवार को होने वाली बोर्ड बैठक में साइरस मिस्त्री का समर्थन कर सकते हैं। मिस्त्री टाटा मोटर्स के बोर्ड के चेयरमैन बने हुए हैं। यह बैठक टाटा समूह के मुख्यालय बॉम्बे हाउस में होगी। टाटा मोटर्स के बोर्ड में 6 स्वतंत्र निदेशक - वाडिया, आरए माशेलकर, सुबोध भार्गव, नासेर मुंजे, वीके जयरथ और फाल्गुनी नायर शामिल हैं। बोर्ड से जुड़े सूत्र ने बताया कि 72 वर्षीय वाडिया टाटा मोटर्स के नामांकन और पारितोषिक समिति के चेयरमैन भी हैं और उन्होंने मिस्त्री के पक्ष में अच्छी रिपोर्ट दी थी और चेयरमैन के तौर पर उनके कार्यों का समर्थन भी कर सकते हैं।

नुसेर मुंजे ने टाटा केमिकल्स की बोर्ड बैठक में मिस्त्री का समर्थन किया था और उम्मीद है कि टाटा मोटर्स में भी वह मिस्त्री का साथ देंगे। भार्गव भी टाटा स्टील की बैठक में मिस्त्री के साथ थे और इस बार भी वह मिस्त्री का समर्थन कर सकते हैं। हालांकि 3 अन्य निदेशकों का रुख क्या रहेगा, यह पता नहीं है। इस बीच, टाटा संस मिस्त्री और वाडिया को टाटा मोटर्स के बोर्ड से हटाने के लिए शेयरधारकों की असाधारण आम बैठक बुलाने की बात कही है। टाटा मोटर्स में टाटा संस की 33 फीसदी हिस्सेदारी है। 

इंडियन होटल्स और टाटा कैमीकल्स के स्वतंत्र निदेशकों ने मिस्त्री के नेतृत्व में पूरा भरोसा जताया था और स्टॉक एक्सचेंजों को मिस्त्री के पक्ष में एक बयान भी जारी किया था। हालांकि टाटा स्टील के 6 निदेशक मिस्त्री के नाम पर बंटे हुए थे और इस तरह का कोई बयान भी जारी नहीं किया। 24 अक्तूबर को टाटा संस के चेयरमैन पद से हटाए जाने के तत्काल बाद मिस्त्री ने रतन टाटा की महत्त्वाकांक्षी और घाटे में चल रही परियोजना नैनो को लेकर सवाल उठाए थे और कहा था कि इसकी वजह कंपनी को भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। नैनो को पेश करने के बाद से कंपनी को करीब 6,000 से 7,000 करोड़ रुपए का घाटा हुआ है। कंपनी के एक निदेशक ने कहा कि इस परियोजना पर 25,000 करोड़ रुपए से ज्यादा का निवेश किया गया था। मिस्त्री पक्ष के लोगों का कहना है कि नैनो की प्रत्येक कार के उत्पादन पर 1 लाख रुपए का नुकसान हो रहा है लेकिन 'भावनात्मक वजहों' से इसे जारी रखा गया है। टाटा मोटर्स के एक निदेशक ने कहा, 'बोर्ड नैनो को लेकर चिंतित थी और बढ़ते घाटे को लेकर इसके लिए कई विकल्पों पर चर्चा भी की गई। आज की तारीख तक 6,000 से 7,000 करोड़ रुपए का घाटा हो चुका है और शेयरधारकों को इससे रिटर्न क्या मिला?'  
 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Recommended News

Related News