अब श्रीलंका में फर्राटे से दौड़ेगा भारतीय रुपया, सरकार ने दिया प्रमाणित करेंसी का दर्जा

punjabkesari.in Friday, Jul 21, 2023 - 11:54 AM (IST)

बिजनेस डेस्कः श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे 2 दिवसीय यात्रा पर भारत में हैं। उनकी इस यात्रा में दोनों देशों को वित्तीय, आर्थिक संपर्कों को बढ़ाने, नई परियोजनाओं और निवेश को लेकर नए रास्ते तलाशने का अवसर मिलेगा। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे की यात्रा से जुड़ी अहम जानकारियां साझा की हैं। बातचीत के मुद्दों के बारे में एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि श्रीलंका, भारत का एक अहम पड़ोसी है और उसका महत्वपूर्ण स्थान है। राष्ट्रपति विक्रमसिंघे की यात्रा के दौरान वित्तीय एवं आर्थिक सम्पर्क, विकास सहयोग, नई परियाजनाएं, निवेश जैसे मुद्दे चर्चा का विषय हो सकते हैं।

श्रीलंका में फर्राटा भरकर दौड़ेगा रुपया

एक सवाल के जवाब में बागची ने कहा कि जहां तक कारोबार का संबंध है, श्रीलंका ने भारतीय मुद्रा रुपए को घोषित विदेशी मुद्रा के रूप में अपनी प्रणाली में अधिसूचित किया है। गौरतलब है कि राष्ट्रपति पद का दायित्व संभालने के बाद रानिल विक्रमसिंघे की यह पहली भारत यात्रा होगी।

भारतीय समकक्ष से होगी मुलाकात

विदेश मंत्रालय के अनुसार, इस यात्रा के दौरान राष्ट्रपति विक्रमसिंघे नई दिल्ली में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भेंट करेंगे और आपसी हितों से जुड़े विविध विषयों पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, विदेश मंत्री एस जयशंकर एवं अन्य गणमान्य लोगों के साथ चर्चा करेंगे। उसने कहा कि भारत की ‘पड़ोस प्रथम नीति’ और ‘सागर दृष्टिकोण’ में श्रीलंका एक महत्वपूर्ण साझेदार है। यह यात्रा दोनों देशों की दीर्घकालिक मित्रता की पुष्टि करेगी और सम्पर्क बढ़ाने और विभिन्न क्षेत्रों में आपसी लाभ आधारित सहयोग को विस्तार देने के रास्ते तलाशने का अवसर प्रदान करेगी।

श्रीलंका की कमजोर अर्थव्यवस्था में सुधार के संकेत

विक्रमसिंघे की यह यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब श्रीलंका की कमजोर अर्थव्यवस्था में सुधार के संकेत दिख रहे हैं। विदेशी मुद्रा की भारी कमी के कारण श्रीलंका 2022 में वित्तीय संकट की चपेट में आ गया था। उसे 1948 में ब्रिटिश हुकूमत से आजादी के बाद सबसे बड़े आर्थिक संकट का सामना करना पड़ा। श्रीलंका ने पिछले साल अप्रैल के मध्य में पहली बार कर्ज अदा न कर पाने की घोषणा की थी। इस साल मार्च में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने उसे 2.9 अरब अमेरिकी डॉलर का राहत पैकेज दिया था। 

भारत ने की थी चार अरब डॉलर की मदद

श्रीलंका के विदेश मंत्रालय ने  अपने हालिया बयान में कहा है कि राष्ट्रपति विक्रमसिंघे, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के निमंत्रण पर भारत की आधिकारिक यात्रा पर हैं। ये यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब दोनों देश इस साल राजनयिक संबंधों की स्थापना की 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं।

दौरे पर श्रीलंका सरकार का बयान

श्रीलंका के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि, ‘यह यात्रा लंबे समय से जारी द्विपक्षीय संबंधों को आगे बढ़ाएगी और मजबूत करेगी।’ बयान के मुताबिक, यात्रा के दौरान श्रीलंका के पूर्वी और उत्तरी प्रांत में विकास पहल, नवीकरणीय ऊर्जा, जल आपूर्ति, आधारभूत संरचना के विकास, निवेश प्रोत्साहन क्षेत्र और पर्यटन उद्योग केंद्रित परियोजनाओं पर भारत के साथ समझौतों पर भी चर्चा होगी।

रुपए का इस्तेमाल अमेरिकी डॉलर के बराबर हो: विक्रमसिंघे

विक्रमसिंघे ने भारत के साथ अच्छे संबंधों पर जोर दिया है और इसे अपनी विदेश नीति का प्रमुख मुद्दा बताया है। पिछले सप्ताह राष्ट्रपति विक्रमसिंघे ने कहा था कि श्रीलंका देखना चाहेगा कि भारतीय रुपए का इस्तेमाल अमेरिकी डॉलर के बराबर ही हो। विक्रमसिंघे, श्रीलंका के वित्त मंत्री का प्रभार भी संभाल रहे हैं। विक्रमसिंघे का यह दौरा श्रीलंका के बेहतर होते आर्थिक हालात का संकेत है।
 


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Content Writer

jyoti choudhary

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