सेबी के फैसले का असर, Reliance के निवेशकों के डूबे करोड़ों रुपए
punjabkesari.in Monday, Mar 27, 2017 - 05:27 PM (IST)
नई दिल्लीः रिलायंस इंडस्ट्री लिमिटेड पर इनसाइडर ट्रेडिंग के आरोप के चलते बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) की ओर से एक वर्ष के लिए फ्यूचर एंड ऑप्शन में इक्विटी डेरीवेटिव्स ट्रेडिंग करने पर बैन लगाए जाने के कारण आरआईएल के शेयर्स तीन फीसदी तक टूटे हैं।
रिलायंस 3 फीसदी गिरावट के साथ हुआ बंद
नैशनल स्टॉक एक्सचेंज पर रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड 2.97 फीसदी की कमजोरी के के साथ 1248.50 के स्तर पर कारोबार कर बंद हुआ है। आरआईएल में दिन का उच्चतम 1278.75 का स्तर और 1247.20 का निम्न स्तर छुआ है।
निवेशकों को हुआ घाटा
स्टॉक में गिरावट से निवेशकों को 12869 करोड़ रुपए का घाटा हुआ है। कारोबार के अंत में सैंसेक्स पर आरआईएल का स्टॉक 3 फीसदी की गिरावट के साथ 1247 रुपए पर बंद हुआ है। स्टॉक में गिरावट की वजह से रिलायंस इंडस्ट्रीज का मार्कीट कैप 12869 करोड़ रुपए घटकर 4.04 लाख करोड़ रुपए हो गया है। शुक्रवार को आरआईएल का मार्कीट कैप 4.17 लाख करोड़ रुपए था।
सेबी ने लगाया 1,000 करोड़ का जुर्माना
सेबी ने मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली कंपनी रिलायंस इंडस्ट्री को 10 साल इस पुराने मामले में 1000 करोड़ का भुगतान भी करने को कहा है। वहीं दूसरी तरफ कंपनी का कहना है कि वो सेबी के इस आदेश को अदालत में चुनौती देंगे। रिलायंस इंडस्ट्रीज को सेबी ने इस मामले में 447 करोड़ रुपए की मूल राशि और उस पर 29 नवंबर 2007 से अब तक 12 फीसदी की दर से ब्याज (करीब 500 करोड़) का भुगतान करने को कहा गया है। यानी कुल मिलाकर कंपनी को करीब 1,000 करोड़ रुपए का भुगतान करने को कहा गया है।
कंपनी पर है यह आरोप
दरअसल यह मामला रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड की सहायक कंपनी रिलायंस पैट्रोलियम से जुड़ा है। जानकारी के मुताबिक रिलायंस पैट्रोलियम अब अस्तित्व में नहीं है। यह मामला रिलायंस पैट्रोलियम के शेयरों में वायदा एवं विकल्प (एफ ऐंड ओ) वर्ग में कथित तौर पर गलत तरीके से कारोबार करने से जुड़ा हुआ है।