PLI योजना से भारतीय एसी उद्योग वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बन सकेगा: कंपनियां

punjabkesari.in Saturday, Nov 06, 2021 - 12:56 PM (IST)

नई दिल्लीः सरकार द्वारा इस हफ्ते की शुरुआत में मंजूर की गई उत्पादन से संबद्ध प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना से घरेलू कंपनियों को समान अवसर मिलेंगे और उद्योग के लिए वैश्विक प्रतिस्पर्धा के अनुकूल माहौल का निर्माण होगा। प्रमुख एयर कंडीशनर (एसी) कंपनियों ने यह राय जताई है।

दायकिन, वोल्टास, ब्लू स्टार और पैनासोनिक सहित उद्योग की प्रमुख कंपनियों ने कहा कि इससे विनिर्माण के लिए एक अनुकूल मौहाल का निर्माण होगा और कंपनियों को अपने वैश्विक समकक्षों के बराबर उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादों के निर्माण का अवसर मिलेगा।

सरकार ने बुधवार को रेफ्रिजरेटर और वॉशिंग मशीन जैसी इलेक्ट्रिकल वस्तुओं के उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजना (पीएलआई) के तहत दायकिन, पैनासोनिक, सिस्का और हैवेल्स समेत 42 कंपनियों का लाभार्थी के रूप में चयन करने की घोषणा की थी। इन कंपनियों ने 3,898 करोड़ रुपए के निवेश की प्रतिबद्धता जतायी है।

निवेश के लिहाज से 538.70 करोड़ रुपए का सबसे बड़ा प्रस्ताव दुनिया की अग्रणी एयर-कंडीशनर कंपनी दायकिन इंडस्ट्रीज का था। दायकिन एयर-कंडीशनिंग इंडिया, जापानी कंपनी दायकिन इंडस्ट्रीज की पूर्ण स्वामित्व वाली अनुषंगी है। कंपनी पीएलआई योजना के तहत आंध्र प्रदेश के श्री सिटी में कम्प्रेसर, हीट एक्सचेंजर, शीट मेटल कलपुर्जों और प्लास्टिक मोल्डिंग कलपुर्जों का निर्माण करेगी। कंपनी वहां 75 एकड़ में एक नयी परियोजना स्थापित कर रही है।

दायकिन इंडिया के चेयरमैन के. जे. जावा ने कहा, "यह निवेश न केवल भारत के लिए है, बल्कि हम बड़े पैमाने पर एक निर्यात बाजार की भी तलाश कर रहे हैं। हालांकि, हम चाहते थे कि यह (पीएलआई) तैयार माल पर भी हो लेकिन यह भी कम नहीं है, यह शुरुआत ही है। सरकार के दृष्टिकोण पर हमारी नजर रही है। यह काफी सकारात्मक है।' उन्होंने बताया कि पीएलआई योजना के तहत कंपनी का लक्ष्य भारत को अफ्रीका और पश्चिम एशिया के बाजार के लिए उत्पादन का केंद्र बनाना है।

घरेलू एसी कंपनी वोल्टास के क्रॉस फ्लो फैन (सीएफएफ), हीट एक्सचेंजर और प्लास्टिक मोल्डिंग कलपुर्जों के विनिर्माण के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गयी है और अब टाटा समूह की यह कंपनी अपने घरेलू विनिर्माण को मजबूत करने की उम्मीद कर रही है। कंपनी के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) प्रदीप बक्शी ने कहा, "हम वाघोडिया, पंतनगर और साणंद में स्थित अपने कई विनिर्माण संयंत्रों के माध्यम से भारत के घरेलू विनिर्माण कौशल को मजबूत करने के लिए आशान्वित हैं।"

सरकार द्वारा अस्थायी रूप से चयनित आवेदनों में दायकिन एयरकंडीशनिंग इंडिया (538.7 करोड़ रुपए के प्रतिबद्ध निवेश के साथ), अंबर एंटरप्राइजेज इंडिया लिमिटेड (460.18 करोड़ रुपए), पीजी टेक्नोप्लास्ट (321 करोड़ रुपए), हिंडाल्को इंडस्ट्रीज (539 करोड़ रुपए), मेट्यूब इंडिया (300.21 करोड़ रुपए) और ब्लू स्टार क्लाइमेटेक (156 करोड़ रुपए) सहित अन्य शामिल हैं।


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Content Writer

jyoti choudhary

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