नई रणनीति से बिक्री को रफ्तार देगी पतंजलि

punjabkesari.in Monday, Aug 20, 2018 - 12:25 PM (IST)

नई दिल्लीः योगगुरु बाबा रामदेव के पतंजलि समूह की बिक्री वित्त वर्ष 2017-18 में 120 अरब रुपए रही, जो इससे पिछले वित्त वर्ष के 105.61 अरब रुपए से अधिक है। कंपनी रजिस्ट्रार के ताजा आंकड़ों से यह पता चला है। हालांकि कंपनी की बिक्री दो अंक में बढ़ी है लेकिन उसकी रफ्तार पहले के मुकाबले थोड़ी नरम पड़ी है। वित्त वर्ष 2017-18 में समूह की बिक्री 13.6 फीसदी बढ़ी। इससे पहले के 3 साल के दौरान इसमें जबरदस्त वृद्घि देखी गई थी। वित्त वर्ष 2016-17 में पतंजलि की बिक्री 111.2 फीसदी बढ़ी, वहीं 2015-16 में 149.3 फीसदी और 2014-15 में बिक्री 69.4 फीसदी बढ़ी थी।

कंपनी के प्रवक्ता एस के तिजारावाला ने बताया, ‘वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) और ग्रामीण वितरण को समरूप बनाने जैसी बाधाओं के बावजूद हमारा कारोबार लगतार बढ़ रहा है।’ वित्त वर्ष 2011-12 से 2016-17 के दौरान पतंजलि की बिक्री सालाना 88 फीसदी चक्रवृद्घि दर से बढ़ी है। हालांकि कंपनी बिक्री वृद्घि में नरमी को नोटबंदी और जीएसटी से जुड़ा बता रही है लेकिन विश्लेषकों का कहना है कि पतंजलि की रणनीति में बदलाव से बिक्री प्रभावित हुई है। कंपनी ने हाल ही में दूरसंचार, सिक्योरिटी सर्विस और ऑनलाइन ऐप्लीकेशन जैसे नए कारोबार में दस्तक दी है। 

एडलवाइस सिक्योरिटीज में वरिष्ठ उपाध्यक्ष, शोध अवनीश रॉय के अनुसार एफएमसीजी क्षेत्र में प्रतिस्पर्धी बने रहने के लिए लगातार नवोन्मेषी बने रहना जरूरी है। उन्होंने कहा कि मौजूदा कंपनियों द्वारा कड़ी प्रतिस्पर्धा से हालिया तिमाहियों में पतंजलि पर असर पड़ा है। पतंजलि ने मार्च 2018 तक 25 लाख स्टोरों तक पहुंचने का लक्ष्य रखा था लेकिन अभी वह उससे काफी पीछे है। रॉय ने कहा, ‘ग्रामीण बाजार में मजबूत वितरण नेटवर्क, आधुनिक ट्रेड एवं ई-कॉमर्स में पैठ महत्त्वपूर्ण है।
   
 


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jyoti choudhary

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