Why Stock Market Down: शेयर बाजार में हाहाकार, निवेशकों को ₹3 लाख करोड़ का झटका, वजहें चौंका सकती हैं
punjabkesari.in Friday, Jul 11, 2025 - 12:27 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः शुक्रवार को भारतीय शेयर बाजार में तेज गिरावट दर्ज की गई, जिसका असर सेंसेक्स और निफ्टी50 दोनों पर देखने को मिला। इस गिरावट के पीछे तीन प्रमुख कारण रहे: टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) के उम्मीद से कमजोर तिमाही नतीजे, अमेरिका द्वारा कनाडा पर लगाए गए नए टैरिफ और रूस पर संभावित प्रतिबंधों की आशंका।
सेंसेक्स 675 अंक टूटा, बाजार से 3.03 लाख करोड़ रुपए साफ
शुक्रवार सुबह 11:10 बजे बीएसई सेंसेक्स 675 अंकों की गिरावट के साथ 82,515 पर पहुंच गया, जबकि निफ्टी 189 अंक टूटकर 25,165 पर आ गया। इससे शेयर बाजार का कुल मार्केट कैप 3.03 लाख करोड़ रुपए घटकर 457.22 लाख करोड़ रुपए रह गया।
शेयर बाजार में आज की गिरावट के मुख्य कारण....
TCS के कमजोर नतीजों से IT सेक्टर दबाव में
TCS के Q1FY26 के नतीजे विश्लेषकों की उम्मीदों से कमजोर रहे। कंपनी का रेवेन्यू 3.1% गिर गया, जबकि नेट प्रॉफिट 6% बढ़ा, जो बहुत प्रभावशाली नहीं रहा। इसके बाद TCS के शेयर 2.5% टूट गए। इसका असर बाकी IT कंपनियों पर भी पड़ा—इंफोसिस, विप्रो, टेक महिंद्रा और LTIMindtree के शेयर 1-3% तक लुढ़क गए। नतीजतन, निफ्टी IT इंडेक्स 2.1% नीचे आ गया।
ट्रंप की टैरिफ घोषणा से वैश्विक बाजारों में डर
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कनाडा से आयात पर 35% टैरिफ लगाने और अन्य देशों पर भी भारी शुल्क की चेतावनी दी है। इससे वैश्विक निवेशकों के बीच ट्रेड वॉर की चिंता बढ़ गई। Nasdaq और S&P 500 फ्यूचर्स 0.4% तक गिरे।
रूस पर प्रतिबंध की अटकलों से कच्चा तेल महंगा
ट्रंप की रूस पर संभावित कार्रवाई की बात से क्रूड ऑयल की कीमतें चढ़ गईं। ब्रेंट क्रूड 68.83 डॉलर और WTI क्रूड 66.81 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गया। तेल की कीमतों में उछाल ने ऑयल एंड गैस इंडेक्स को भी दबाव में ला दिया।
अन्य सेक्टरों में भी गिरावट
ऑटो, ऑयल एंड गैस, फाइनेंशियल और PSU बैंक इंडेक्स में 0.5% से 1% तक की गिरावट रही। निफ्टी मिडकैप100 और स्मॉलकैप100 में भी लगभग 1% की कमजोरी देखी गई।
इस गिरावट भरे सत्र में निवेशकों को सतर्कता बरतनी होगी क्योंकि वैश्विक घटनाक्रम और कॉर्पोरेट प्रदर्शन, दोनों ही बाजार की दिशा तय कर रहे हैं।