आज से शुरू हुई पंजाब-हरियाणा में धान की खरीफ, मोदी सरकार ने दी हरी झंडी

punjabkesari.in Saturday, Sep 26, 2020 - 05:47 PM (IST)

नई दिल्ली: संसद में पास हुए किसान बिल के विरोध प्रदर्शन के बीच पंजाब और हरियाणा में धान की खरीद आज से शुरू हो गई है। वैसे तो धान की खरीद हर साल अक्टूबर महीने से शुरू होती है। लेकिन केंद्र सरकार ने आज से इन दोनों राज्यों में धान की खरीद शुरू कर दी है। सरकार ने कहा कि इस बार पंजाब और हरियाणा में धान की फसल पहले ही कट गई है, ऐसे में खरीद का फैसला लिया गया है।

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इस वजह से लिया फैसला
केंद्रीय खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि वर्ष 2020-21 के खरीफ मार्केटिंग सीजन (KMS) में धान की खरीद एक अक्टूबर 2020 से प्रस्तावित थी। लेकिन हरियाणा और पंजाब में धान की अगेती कटाई को देखते हुए आज ही से खरीद शुरू करने का फैसला लिया गया। इस खरीद प्रक्रिया में राज्य की सभी खरीद एजेंसी के साथ-साथ भारतीय खाद्य निगम भी हिस्सा लेगी। खरीद के दौरान इस बात का ध्यान रखा जाएगा कि केंद्र सरकार द्वारा घोषित न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम कीमत पर कतई खरीद नहीं हो।

बता दें कि केंद्र सरकार ने इस खरीफ सत्र (2020-21) में समर्थन मूल्य के अनुसार 495 लाख टन (49.5 मिलियन टन) धान खरीद का लक्ष्य रखा है। सरकार ने धान के समर्थन मूल्य में 53 रुपए प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी कर 1868 रु. प्रति क्विंटल कर दी है। बीते सरकार ने लगभग 420 लाख टन धान की खरीद की थी जिसे इस साल बढ़ाकर 495 लाख टन खरीद का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। 

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यहां धान खरीद की पूरी तैयारी- चौटाला 
हरियाणा के उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कुछ दिन पहले कहा था कि उनके यहां धान खरीद की पूरी तैयारी है। हरियाणा ने इस साल 25 सितंबर से ही खरीद की अनुमति मांगी थी, लेकिन केंद्र सरकार ने आज ही हरी झंडी दे दी है। किसानों को किसी भी परेशानी का सामना न करना पड़े इसके लिए राज्य सरकार ने पूरी तैयारी की है। यहां धान की खरीद के लिए 200 अतिरिक्त केंद्र बनाए जा रहे हैं। इसी के साथ राज्य में कुल 400 धान खरीद केंद्र हो जाएंगे। ये खरीद केंद्र उन 8 जिलों में बनाए जाएंगे जिनमें धान की पैदावार अधिक होती है।

किसानों को शांत करने की कवायद है
वरिष्ठ कृषि पत्रकार रणधीर सिंह राणा ने अपने बयान में कहा कि यह सब विरोध कर रहे किसानों को शांत करने की कवायद है। सरकार का मानना है कि ऐसा करने से किसान शांत हो जाएंगे। अगर खरीद की बात करें तो, मंडी में अभी तक न तो कांटे लगे हैं और ना ही और व्यवस्था हुई है। ऐसे में कैसे खरीद होगी। उनका कहना है कि अभी धान में 20 से 24 फीसदी नमी है। इसे सुखा कर नमी का स्तर 12 फीसदी तक घटाना होगा। तभी धान की खरीद हो पाएगी।


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rajesh kumar

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