ब्याज दरों में बदलाव के आसार नहीं, 4 अक्तूबर को है मौद्रिक नीतिगत समीक्षा बैठक

punjabkesari.in Tuesday, Oct 03, 2017 - 01:06 PM (IST)

नई दिल्ली: भारतीय रिजर्व बैंक (आर.बी.आई.) द्वारा आज से शुरु होने वाली दो दिवसीय मौद्रिक नीतिगत समीक्षा बैठक में मुख्य ब्याज दरों में बदलाव नहीं करने की संभावना है। आर.बी.आई. अगस्त महीने में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सी.पी.आई.) पर आधारित महंगाई दर में वृद्धि की वजह से ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं कर सकती। आर.बी.आई. ने पिछली द्वैमासिक समीक्षा बैठक में रेपो दर में 25 आधार अंकों की कटौती की थी। कई बैंकर्स का मानना है कि पिछले कुछ समय के दौरान महंगाई बढ़ी है। ऐसे में रिजर्व बैंक नीतिगत दरों के मोर्चे पर यथास्थिति बनाए रखेगा। एस.बी.आई. रिपोर्ट के अनुसार 4 अक्तूबर को मौद्रिक नीति की समीक्षा बैठक में रिजर्व बैंक नीतिगत दरों को लेकर यथास्थिति बनाए रख सकता है। रिजर्व बैंक लो ग्रोथ, महंगाई में नरमी और वैश्विक स्तर पर अनिश्चितता जैसी मुश्किलों को सामना कर रहा है।
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नोटबंदी-GST से अर्थव्यवस्था को झटका 
वहीं केंद्र सरकार को उम्मीद है कि आर.बी.आई. मौद्रिक समीक्षा बैठक में दरों में कटौती करेगा जिससे ग्रोथ में तेजी लाने में मदद मिलेगी। जून तिमाही में आर्थिक विकास दर गिर कर 5.7 फीसदी के स्तर पर आ गई है। यह पिछले 3 साल का निचला स्तर है। सरकार के अलावा कई एक्सपर्ट्स और इंडस्ट्री बॉडीज ने भी नीतिगत दरों में कटौती की वकालत की है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि महंगाई कम है और नोटबंदी और जी.एस.टी. लागू होने के बाद अर्थव्यवस्था को झटका लगा है। ऐसे में नीतिगत दरों में कटौती के जरिए कर्ज को सस्ता किए जाने की जरूरत है।

इंडस्ट्री ने की है रेट कट की मांग 
इंडस्ट्री ने आर्थिक  गतिविधियों में तेजी लाने के लिए रेट कट की मांग की है। इंडस्ट्री बॉडी एसोचैम ने भारतीय रिजर्व बैंक को लिखा है कि इंट्रस्ट रेट में कम से कम 25 आधार अंक की कटौती की जानी चाहिए। अर्थव्यवस्था इस समय चुनौतियों का सामना कर रही है। ऐसे में ग्रोथ को रिवाइव करने के लिए तुरंत उपाय करने की जरूरत है। 


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