Moody''s alert on Indian Economy: मूडीज ने भारत की उम्मीदों पर फेरा पानी, वैश्विक मंदी की दी चेतावनी
punjabkesari.in Thursday, Apr 17, 2025 - 11:00 AM (IST)

बिजनेस डेस्कः अंतरराष्ट्रीय रेटिंग एजेंसी मूडीज़ ने भारत सहित वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं को लेकर गंभीर चिंता जताई है। एजेंसी ने जारी अपनी रिपोर्ट में भारत की 2025 के लिए जीडीपी ग्रोथ रेट के अनुमान को घटाकर 5.5% कर दिया है, जो पहले 6.5% था। फरवरी में यह आंकड़ा 6.6% तक आंका गया था।
क्या है गिरावट की वजह?
मूडीज का मानना है कि अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते टैरिफ और व्यापार तनाव से वैश्विक मंदी का खतरा गहरा गया है। इसका सीधा असर व्यापार, निवेश और व्यावसायिक गतिविधियों पर पड़ेगा।
मूडीज की रिपोर्ट में मुख्य बातें
- अमेरिकी टैरिफ और अनिश्चित व्यापार नीति से वैश्विक व्यापार और निर्यात कमजोर होंगे।
- एशिया-प्रशांत क्षेत्र में निवेश में गिरावट आ सकती है, जिससे विकास दर पर असर पड़ेगा।
- कम रेटिंग वाली कंपनियों के लिए ऋण चूक का खतरा बढ़ेगा क्योंकि उनकी कर्ज पर निर्भरता ज्यादा है।
- गैर-वित्तीय कॉरपोरेट सेक्टर को सबसे ज्यादा झटका लगने की संभावना है।
वैश्विक कर्ज पर असर
रिपोर्ट में यह भी चेतावनी दी गई है कि अमेरिका की व्यापार नीतियों से वैश्विक ऋण प्रणाली अस्थिर हो सकती है। इससे बैंकों और संप्रभु देशों को प्रत्यक्ष नहीं, पर आर्थिक कमजोरी के ज़रिये अप्रत्यक्ष रूप से झटका लगेगा।
शुल्क पर 90 दिन की राहत
हाल ही में अमेरिका ने टैरिफ में 90 दिन की छूट देते हुए कुछ दरों को 10% और चीन के लिए 145% तक सीमित किया है। लेकिन अब 16 अप्रैल से इन्हें बढ़ाकर 245% कर दिया गया है। इस अनिश्चितता ने वैश्विक वित्तीय बाजारों को हिला दिया है।
अनिश्चितता बनी सबसे बड़ा संकट
मूडीज़ ने कहा कि निवेशक और व्यवसाय अभी स्थायी नीति स्पष्टता का इंतज़ार कर रहे हैं। बार-बार बदलती टैरिफ दरों से व्यापार नियोजन, निवेश और उपभोक्ता विश्वास सभी प्रभावित हो रहे हैं।