40,000 रुपए तक महंगी हो सकती हैं कारें

punjabkesari.in Wednesday, Mar 02, 2016 - 04:59 PM (IST)

नई दिल्लीः मारुति के ईडी आर एस कलसी का कहना है कि कंपनी ने ऑल्टो की 30 लाख से ज्यादा गाड़ियां बेच ली हैं जो एक वर्ल्ड रिकॉर्ड है। कंपनी की इस एंट्री सेगमेंट की कार मध्यम वर्ग में काफी प्रचलित है और आगे भी इस कार की लोकप्रियता बरकरार रहेगी। इस साल मॉनसून अच्छा रहने से ऑटो सेक्टर के लिए उम्मीदें अच्छी हैं लेकिन बजट में जो गाड़ियों पर नई ड्यूटी, सेस लगाया गया है उससे इस सेक्टर पर निगेटिव असर पड़ना लाजिमी है।

 

इंफ्रा सेस की वजह से गाड़ियों की कीमतें 12,000 रुपए से 40,000 रुपए के बीच बढ़ेंगी। छोटी कारों की कीमतों में 1 फीसदी तक का असर पड़ेगा तो छोटी कारों में 3000 रुपए तक इजाफा हो जाएगा। वहीं डीजल कारों पर 4 फीसदी तक का टैक्स लगेगा तो ये कारें 20,000 रुपए से 40,000 रुपए तक महंगी हो जाएंगी। सरकार ने छोटी कारों पर भी 1 फीसदी सेस लगाया जा चुका है जिससे एंट्री सेगमेंट की कारों की बिक्री पर असर पड़ सकता है।

 

साल दर साल आधार पर फरवरी महीने में मारुति सुजुकी की बिक्री में करीब 1 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। फरवरी में मारुति सुजुकी ने कुल 1.17 लाख गाड़ियां बेची हैं। हालांकि महीने दर महीने आधार पर मारुति सुजुकी की बिक्री 1.13 लाख यूनिट से 3.3 फीसदी बढ़कर 1.17 लाख यूनिट रही है।

 

सालाना आधार पर फरवरी में मारुति सुजुकी के एक्सपोर्ट में भारी गिरावट देखने को मिली है। सालाना आधार पर फरवरी में मारुति सुजुकी का एक्सपोर्ट 12.4 फीसदी घटकर 9336 यूनिट रहा है। सालाना आधार पर फरवरी में मारुति सुजुकी की घरेलू बिक्री 0.2 फीसदी बढ़कर 1.08 लाख यूनिट रही है। जाट आरक्षण आंदोलन के चलते फरवरी में मारुति सुजुकी को 10000 गाड़ियों के उत्पादन का नुकसान हुआ है।


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