समर वैकेशन पर हवाई यात्रियों को झटका, 25 फीसदी महंगा हुआ हवाई किराया

punjabkesari.in Wednesday, Apr 10, 2024 - 11:26 AM (IST)

बिजनेस डेस्कः इस समर वैकेशन पर हवाई यात्रियों को अधिक पैसा खर्च करना पड़ेगा, क्योंकि विस्तारा की फ्लाइट्स कैंसिल होने की वजह से एयर फेयर में इजाफा हो चुका है। पैसेंजर्स की जोरदार डिमांड की वजह से हवाई किराये में 20-25 फीसदी की बढ़ोतरी पहले ही हो चुकी है। एविएशन इंडस्ट्री के जानकारों के अनुसार, गर्मी के मौसम में हर साल हवाई यात्रा की मांग अधिक रहती है लेकिन इस साल विमानन उद्योग मांग के अनुरूप क्षमता बढ़ाने में कई चुनौतियों से जूझ रहा है। यहां तक कि घरेलू मार्गों पर बड़े विमानों का उपयोग भी कर रहा है। 

39% तक बढ़ा किराया

इस दौरान टाटा समूह की विस्तारा एयरलाइन की 100 से अधिक फ्लाइट्स कैंसिल होने की वजह से हवाई किराया पहले ही बढ़ चुका है। पायलटों की नाराजगी का सामना कर रही एयरलाइन ने प्रतिदिन 25-30 उड़ानों यानी अपनी कुल क्षमता में 10 फीसदी की कटौती कर दी है। यात्रा वेबसाइट इक्सिगो के एक विश्लेषण से पता चला है कि एक से सात मार्च की अवधि की तुलना में एक से सात अप्रैल की अवधि में कुछ हवाई मार्गों पर किराया 39 फीसदी तक बढ़ गया। 

दिल्ली-मुंबई का किराया कितना बढ़ा

इस अवधि में दिल्ली-बेंगलुरु उड़ानों के लिए वन-वे का किराया 39 फीसदी बढ़ गया, जबकि दिल्ली-श्रीनगर फ्लाइट्स के लिए इसमें 30 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई। विश्लेषण के मुताबिक, दिल्ली-मुंबई उड़ान सेवाओं के मामले में किराया 12 फीसदी और मुंबई-दिल्ली सर्विस के मामले में 8 फीसदी की बढ़ोतरी हो चुकी है।

ट्रैवल पोर्टल यात्रा ऑनलाइन के सीनियर उपाध्यक्ष (विमान एवं होटल कारोबार) भरत मलिक ने कहा कि मौजूदा गर्मी के मौसम में फ्लाइट प्रोग्राम में घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों मार्गों को शामिल करते हुए अनुमानित औसत हवाई किराया 20-25 फीसदी के बीच बढ़ने का अनुमान है।

फ्लाइट्स में 10% की कटौती

मलिक ने कहा कि विस्तारा की उड़ानों में 10 फीसदी की कटौती के फैसले ने प्रमुख घरेलू मार्गों पर टिकट की कीमतों को प्रभावित किया है। हमने किराये में बढ़ोतरी देखी है। दिल्ली-गोवा, दिल्ली-कोच्चि, दिल्ली-जम्मू और दिल्ली-श्रीनगर जैसे प्रमुख मार्गों पर कीमतें लगभग 20-25 फीसदी तक बढ़ गई हैं। उन्होंने कहा कि बढ़े हुए हवाई किराये का एक प्रमुख कारण विस्तारा के फ्लाइट ऑपरेशन में कौटती है। 

आगे भी बढ़ सकती हैं कीमतें

इसके अलावा ईंधन की बढ़ती लागत के साथ गर्मी के सीजन में यात्रा की बढ़ती मांग ने भी किराया बढ़ाने में भूमिका निभाई है। क्रिसिल मार्केट इंटेलिजेंस एंड एनालिटिक्स में वरिष्ठ निदेशक और वैश्विक प्रमुख (परिवहन एवं लॉजिस्टिक) जगन नारायण पद्मनाभन ने कहा कि व्यस्त मौसम आते ही किराया पांच-सात फीसदी बढ़ने का अनुमान है। अधिकांश यात्राएं निजी कारणों से और परिवार के साथ होंगी। लिहाजा इसका पर्याप्त प्रभाव पड़ने की उम्मीद है। ऐसे में लोग छोटी दूरी के लिए रेल यात्रा का विकल्प चुन सकते हैं।


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Content Writer

jyoti choudhary

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