लॉकडाउन का असरः ठप पड़ा मारुति का कारोबार, अप्रैल में नहीं बिकी एक भी कार
punjabkesari.in Friday, May 01, 2020 - 12:48 PM (IST)
नई दिल्लीः देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया की घरेलू बाजार में पिछले महीने एक भी कार नहीं बिकी। इसकी प्रमुख वजह 25 मार्च से देशभर में लॉकडाउन होना है। लॉकडाउन के लिए जारी सरकारी दिशानिर्देशों के अनुसार कंपनी के संयंत्रों में उत्पादन बंद है। कंपनी ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि अप्रैल 2020 में उसकी घरेलू बिक्री शून्य रही है।
हालांकि बंदरगाहों के खुलने के बाद कंपनी ने मूंदड़ा बंदरगाह से 632 कारों का निर्यात किया है। निर्यात के लिए सभी सुरक्षा दिशानिर्देशों का पालन किया गया। दरअसल, बीएस 4 से बीएस 6 ट्रांसमिशन के चलते ऑटो कंपनियां पहले से मार झेल रही थीं, लॉकडाउन ने बची कसर पूरी कर दी।
मार्च में क्या रही थी स्थिति?
अगर मार्च की बात करें तो मारुति की बिक्री 47 प्रतिशत घटकर 83,792 इकाई रह गई थी। कंपनी ने बयान में बताया था कि घरेलू बिक्री मार्च 2019 की 1,47,613 इकाइयों की तुलना में 46.4 प्रतिशत घटकर मार्च 2020 में 79,080 इकाई रह गई।
इस दौरान ऑल्टो और वैगनआर जैसी छोटी कारों की बिक्री 15,988 इकाई रही, जो पिछले साल इसी महीने में 16,826 इकाई थी। इस तरह मार्च में छोटी कारों की बिक्री में पांच प्रतिशत की कमी आई। स्विफ्ट, सेलेरियो, इग्निस, बलेनो और डिजायर जैसे मॉडल वाले कॉम्पैक्ट खंड में बिक्री 50.9 प्रतिशत घटकर 40,519 इकाई रही थी। कंपनी ने बताया था कि मार्च में निर्यात में भी 55 प्रतिशत की कमी आई है।
मारुति को पहले से थी आशंका
पिछले हफ्ते मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड के चेयरमैन आर सी भार्गव ने भी ऐसी आशंका जताई थी कि अप्रैल में बिक्री के आंकड़े शून्य रह सकते हैं। उन्होंने कहा था, "कुछ असामान्य चीजें घटित होंगी। उदाहरण के लिए, ऐसा कभी नहीं हुआ है कि साल में कोई महीना ऐसा हो जब ऑटोमोबाइल की बिक्री शून्य रही होगी। अप्रैल एक ऐसा महीना होने जा रहा है।" उन्होंने ये भी कहा, "जब तक कार के सभी घटक उपलब्ध न हों, तब तक कार का निर्माण नहीं किया जा सकता है। इसलिए, अगर कोई मुझसे कहता है कि यहां एक कारखाना शुरू करो, तो इससे हमारी मदद नहीं होगी। मैं उत्पादन के लिए उस कारखाने को शुरू नहीं कर सकता।"