सरकार का फैसला! पेट दर्द, बुखार में इस्तेमाल होने वाली इन 80 दवाओं को बेचना गैरकानूनी
punjabkesari.in Friday, Jan 18, 2019 - 05:23 PM (IST)
नई दिल्लीः केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने 80 और ‘फिक्स डोज कॉम्बीनेशन’ (एफडीसी) दवाओं पर पाबंदी लगाई है जिनमें एंटीबॉयोटिक्स, पेनकिलर, फंगल तथा जीवाणु संक्रमण, उच्च रक्तचाप तथा बेचैनी के इलाज में प्रयुक्त दवाएं शामिल हैं। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सरकार ने एक अधिसूचना जारी कर कहा है कि 11 जनवरी से पाबंदी लागू की गई है। अब प्रतिबंधित एफडीसी की कुल संख्या 405 हो गई है। पिछले साल सितंबर में 325 दवाओं पर पाबंदी लगाई गई थी। आपको बता दें कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की कमेटी ने इन दवाओं को प्रयोग के लिए सुरक्षित नहीं माना है। इन दवाओं का 900 करोड़ रुपए का कारोबार है।
ऐसे चली दवाओं पर प्रतिबंध की प्रक्रिया
स्वास्थ्य मंत्रालय का अपना ड्रग टैक्निकल एडवाइजरी बोर्ड (डीटीएबी) है। जो लगातार दवाओं की समीक्षा भी करता है। दवाओं पर सलाह भी देता है। डीटीएबी की एक उप समिति ने पिछले दिनों 300 से ज्यादा एफडीसी और दवाओं का अध्ययन किया था। उसी के निष्कर्षों के आधार पर केंद्र सरकार ने ये कदम उठाया, हालांकि ये मामला उससे कुछ ज्यादा पुराना है।
क्या होती हैं FDC दवाएं
एफडीसी दवाएं वह दवाएं होती है जिनमें दो या ज्यादा दवाओं का कांबिनेशन होती हैं। अमेरिका और कई अन्य देशों में एफडीसी दवाओं की प्रचुरता पर रोक है। जितनी ज्यादा एफडीसी दवाएं भारत में बिकती हैं, उतनी शायद ही किसी विकसित देशों में इस्तेमाल होती हों। इन दवाओं के अनुपात और इनसे होने वाले असर पर काफी सवाल उठते रहे हैं।