IPO boom: दिसंबर में IPO की बहार, तोड़ा 17 साल का रिकॉर्ड, 15 कंपनियों ने 24,950 करोड़ रुपये जुटाए
punjabkesari.in Wednesday, Dec 18, 2024 - 02:58 PM (IST)
बिजनेस डेस्कः घरेलू बाजार में बिकवाली का दबाव बना हुआ है लेकिन आईपीओ बाजार में जबरदस्त हलचल जारी है। इस माहौल में आईपीओ ने 17 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। दिसंबर महीने में 15 कंपनियों ने 24,950 करोड़ रुपए के आईपीओ का ऐलान किया है। इससे पहले फरवरी 2007 में 18 कंपनियों ने आईपीओ लॉन्च किए थे। इस साल का यह तीसरा सबसे बड़ा फंडरेज है, इससे पहले अक्टूबर में 38,689 करोड़ रुपए और नवंबर में 31,145 करोड़ रुपए के आईपीओ आए थे। दिसंबर के आंकड़े में और वृद्धि की संभावना है, क्योंकि अवांसे फाइनेंशियल सर्विसेज और इंडो फार्म इक्विपमेंट जैसी कंपनियां भी आईपीओ ला सकती हैं।
दिसंबर में 6 आईपीओ आए ₹1000-₹1000 करोड़ से अधिक केइस महीने दिसंबर में ₹1000-₹1000 करोड़ से अधिक के 6 बड़े आईपीओ भी आए। वहीं बाकी आईपीओ ₹180 करोड़ से ₹570 करोड़ के रहे। सबसे बड़ा आईपीओ तो विशाल मेगा मार्ट का रहा जिसका साइज ₹8000 करोड़ का रहा। इसके बाद इंटरनेशनल जेमोलॉजिकल इंस्टीट्यूट इंडिया का आईपीओ ₹4225 करोड़ और साई लाइफ साइंस का ₹3042 करोड़ का रहा। इंवेंचरस नॉलेज सॉल्यूशंस का आईपीओ ₹2498 करोड़, वेंटिव हॉस्पिटैलिटी का ₹1600 करोड़ और करारो इंडिया का ₹1250 करोड़ का रहा।
IPO बाजार पर एक्सपर्ट्स की राय
वैश्विक स्तर पर भारी उथल-पुथल के बावजूद आईपीओ बाजार के लिए 2024 अब तक का सबसे शानदार साल रहा है। मजबूत लिक्विडिटी और घरेलू बाजार की तेजी के बीच इस साल 92 कंपनियों ने रिकॉर्ड 1.6 लाख करोड़ रुपए से अधिक के आईपीओ लॉन्च किए। एक्सपर्ट्स का कहना है कि कोरोना महामारी के बाद के-शेप रिकवरी के कारण कंपनियों की ग्रोथ रफ्तार तेजी से बढ़ी, जो मजबूत मांग से समर्थित थी।
प्राइवेट कैपिटल एक्सपेंडिचर की बढ़ती मांग और सकारात्मक बाजार माहौल के चलते कंपनियां आईपीओ के जरिए पूंजी जुटा रही हैं। फिज्डम के रिसर्च हेड नीरव करकेरा के अनुसार, खुदरा निवेशकों की बढ़ती हिस्सेदारी और मजबूत शेयर बाजार रुझान ने कई कंपनियों को सफल लिस्टिंग की ओर प्रेरित किया है। इसके परिणामस्वरूप और भी कंपनियां आईपीओ के लिए प्रोत्साहित हो रही हैं।