किस ने बिगाड़ा बाजार का मूड? निवेशकों के 5.35 लाख करोड़ स्वाहा, इन सेक्टर में सबसे ज्यादा रहा दबाव
punjabkesari.in Tuesday, May 20, 2025 - 05:01 PM (IST)
बिजनेस डेस्कः मंगलवार को घरेलू शेयर बाजारों में भारी गिरावट देखी गई। जिस कारण निवेशकों को तगड़ा झटका लगा। बीएसई सेंसेक्स 872 अंक यानी 1.06% टूटकर 81,186.44 पर बंद हुआ, जबकि एनएसई निफ्टी 261.55 अंक यानी 1.05% गिरकर 24,683.90 पर आ गया। कमजोर वैश्विक संकेत, मूडीज द्वारा अमेरिका की क्रेडिट रेटिंग में कटौती और एफआईआई की बिकवाली ने बाजार की धारणा को बुरी तरह प्रभावित किया। ऑटो, कंज्यूमर गुड्स और फाइनेंशियल शेयरों में सबसे ज्यादा बिकवाली रही, जिससे निवेशकों के 5.35 लाख करोड़ रुपए स्वाहा हो गए।
निवेशकों के ₹5.35 लाख करोड़ डूबे
बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैपिटलाइजेशन आज 20 मई को घटकर 438.32 लाख करोड़ रुपए पर आ गया, जो इसके पिछले कारोबारी दिन यानी सोमवार 19 मई को 443.67 लाख करोड़ रुपए रहा था। इस तरह BSE में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप आज करीब 5.35 लाख करोड़ रुपए घटा है या दूसरे शब्दों में कहें तो निवेशकों की संपत्ति में करीब 5.35 लाख करोड़ रुपए की गिरावट आई है।
आइए जानें किन वजहों से बाजार का मूड बिगड़ा और किसे इसका सबसे ज्यादा खामियाजा भुगतना पड़ा।
सेक्टोरल और स्टॉक हाइलाइट्स
- निफ्टी ऑटो इंडेक्स में सबसे ज्यादा 1% की गिरावट
- सेंसेक्स के 30 में से 26 शेयरों में गिरावट
- जोमैटो के शेयरों में 4.24% की गिरावट, 227.90 रुपये पर ट्रेड
- मारुति, M&M, HDFC Bank, बजाज फाइनेंस, हिंदुस्तान यूनिलीवर और पावर ग्रिड में तेज गिरावट
- टाटा स्टील, इंडसइंड बैंक, आईटीसी और इंफोसिस में हल्की तेजी
बाजार में गिरावट के 5 प्रमुख कारण
मूडीज ने अमेरिका की क्रेडिट रेटिंग घटाई
अमेरिका की रेटिंग AAA से घटाकर Aa1 की गई, जिससे वैश्विक बाजारों में सतर्कता बढ़ी। बॉन्ड यील्ड भी 5.03% तक पहुंचा।
FII और DII दोनों बने नेट सेलर्स
19 मई को FIIs ने 526 करोड़ और DIIs ने 238 करोड़ रुपए के शेयर बेचे। यह एक महीने में पहली बार है जब दोनों ने एक साथ बिकवाली की।
तेजी के बाद मुनाफावसूली
हालिया 4% की तेजी के बाद निवेशकों ने ऊंचे स्तर पर मुनाफा निकाला। पिछले 9 सत्रों में मार्केट कैप में 27.3 लाख करोड़ रुपए की बढ़ोतरी हुई थी।
जोमैटो (Eternal) पर MSCI से बाहर होने का खतरा
IOCC बनने की प्रक्रिया के चलते विदेशी निवेश घटेगा, जिससे स्टॉक से $1.3 अरब का आउटफ्लो संभव। विदेशी हिस्सेदारी पहले ही 44.8% के पास है।
तकनीकी कमजोरी
निफ्टी चार्ट पर ओवरबॉट संकेत मिला। 25,000 के ऊपर टिकने में नाकामी और 24,800 के सपोर्ट टूटने से बाजार में कमजोर रुख दिखा।
