भारत का इन्फ्लुएंसर मार्केट 10,000 करोड़ पार, छोटे क्रिएटर बने नए स्टार, एक रील से लाखों की कमाई
punjabkesari.in Wednesday, Dec 10, 2025 - 03:51 PM (IST)
बिजनेस डेस्कः डिजिटल दुनिया की तेज रफ्तार के साथ भारत का इन्फ्लुएंसर मार्केट भी तेजी से बढ़ रहा है। तेज इंटरनेट और सस्ते स्मार्टफोन्स की वजह से आम लोगों को अपना टैलेंट दिखाने का मंच मिला है, जिससे वे न सिर्फ लोकप्रिय हो रहे हैं बल्कि अच्छी कमाई भी कर रहे हैं। आज कंपनियां एक रील या वीडियो पोस्ट के लिए इन्फ्लुएंसर्स को लाखों रुपए तक भुगतान कर रही हैं।
KlugKlug की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत का इन्फ्लुएंसर मार्केट अब 10,000 करोड़ रुपए तक पहुंच चुका है। पहले यह आंकड़ा केवल 3,000–4,000 करोड़ रुपए बताया जा रहा था।
छोटे क्रिएटर्स का बड़ा प्रभाव
रिपोर्ट बताती है कि माइक्रो और नैनो इन्फ्लुएंसर्स ब्रांड्स के लिए अधिक उपयोगी साबित हो रहे हैं। बड़े इन्फ्लुएंसर भले ही ज्यादा लोकप्रिय हों लेकिन छोटे क्रिएटर्स ग्राहकों तक अधिक भरोसेमंद और असरदार तरीके से पहुंच बना रहे हैं।
ब्रांड्स सीधे कर रहे हैं डील
करीब 75% खर्च, ब्रांड्स और इन्फ्लुएंसर्स की सीधी डील में हो रहा है, जिससे वास्तविक आंकड़ों का पता लगाना मुश्किल हो जाता है। केवल 25% पैसा एजेंसियों की चेन से होकर गुजरता है, जिसे ट्रैक किया जा सकता है।
विज्ञापन जगत में बड़ा बदलाव
कई D2C कंपनियां हर साल 20 करोड़ रुपए से ज्यादा अपनी इन-हाउस क्रिएटिव टीम पर खर्च कर रही हैं। कंपनियां खुद ही वीडियो, रील और कंटेंट बनवा रही हैं, जिससे विज्ञापन एजेंसियों पर निर्भरता कम हो गई है। यह संकेत है कि भारत में विज्ञापन का तरीका तेजी से बदल रहा है।
