भारत के कोल इंपोर्ट में अप्रैल-अक्टूबर के दौरान 18.6% की गिरावट, नॉन-कुकिंग कोल इंपोर्ट भी घटी

punjabkesari.in Sunday, Dec 06, 2020 - 04:15 PM (IST)

नई दिल्लीः देश का कोयले का आयात चालू वित्त वर्ष के पहले सात माह (अप्रैल-अक्टूबर) में 18.6 प्रतिशत घटकर 11.68 करोड़ टन रह गया, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 14.36 करोड़ टन था। एमजंक्शन के शुरुआती आंकड़ों में यह जानकारी मिली है। एमजंक्शन टाटा स्टील और सेल का संयुक्त उद्यम है। यह एक बी2बी ई-कॉमर्स कंपनी है जो कोयला आयात के आंकड़ों के संग्रहण के अलावा कोयला और इस्पात क्षेत्र पर शोध रिपोर्ट भी प्रकाशित करती है। 

रिपोर्ट के अनुसार, हालांकि इस साल अक्टूबर में देश का कोयले का आयात बढ़कर 2.15 करोड़ टन रहा है, जो अक्टूबर, 2019 में 1.82 करोड़ टन था। अक्टूबर में कोयले के कुल आयात में नॉन-कोकिंग कोयले का हिस्सा 1.44 करोड़ टन रहा। यह पिछले साल समान महीने में 1.35 करोड़ टन रहा था। वहीं अक्टूबर, 2020 में कोकिंग कोयले का आयात 49.2 लाख टन रहा, जो एक साल पहले समान महीने में 27.9 लाख टन रहा था। 

चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-अक्टूबर की अवधि के दौरान नॉन-कोकिंग कोयले का आयात घटकर 7.76 करोड़ टन रह गया, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 9.87 करोड़ टन रहा था। इसी तरह कोकिंग कोयले आयात घटकर 2.38 करोड़ टन रह गया, जो एक साल पहले समान अवधि में 2.86 करोड़ टन था।

एमजंक्शन सर्विसेज के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) विनय वर्मा ने कहा, ‘‘त्योहारी सीजन के दौरान मांग में सुधार तथा सर्दियों के लिए भंडारण की वजह से अक्टूबर में कोयले का आयात बढ़ा है। इसके अलावा लघु अवधि में आपूर्ति को लेकर दिक्कतों की वजह से अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमतों में बढ़ोतरी की संभावना है। हालांकि, कुल मिलाकर चालू वित्त वर्ष में बीते वित्त वर्ष 2019-20 की तुलना में आयात में उल्लेखनीय गिरावट आने की संभावना है।''  


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jyoti choudhary

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